देहरादून: प्रदेश के उच्च शिक्षा राज्यमंत्री(स्वतंत्र प्रभार) डाॅ0 धन सिंह रावत ने विधान सभा स्थित कार्यालय कक्ष में प्रदेश में विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं द्वारा बनाये जाने वाले डिग्री काॅलेजों के निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
उन्होंने निर्माण कार्यदायी संस्थाओं को विभिन्न काॅलेजों के निर्माण कार्यों में उचित गुणवत्ता अपनाते हुए शीघ्रता से कार्य पूर्ण करने के निर्देश देते हुए कहा कि 31 मार्च तक किसी भी दशा में निर्माण कार्य पूर्ण करें और उन्होंने 6 से 31 मार्च 2018 तक लगातार विभिन्न काॅलेजों के निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने की बात कही। उन्होंने मुन्यारी में कालेज निर्माण कार्य करने वाली कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश निर्माण निगम के कार्यों की प्रगति से असन्तुष्टि व्यक्त करते हुए एक माह के भीतर प्रगति में सुधार करने के निर्देश देते हुए कहा कि यदि कार्य प्रगति में फिर भी सुधार नहीं किया जाता तो कार्यदायी संस्था को ब्लैक लिस्टेड किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वर्तमान में 27 डिग्री काॅलेजों का निर्माण कार्य चल रहा है, जिनका निर्माण कार्य अन्तिम मार्च तक 90 प्रतिशत पूर्ण हो जायेगा। इसके अतिरिक्त 20 काॅलेजों के लिए जमीन की पूर्ति कर दी गई है, जिसमें शीघ्रता से निर्माण कार्य प्रारम्भ किये जायेंगे। उन्होंने विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं को सरकार द्वारा वित्तीय देनदारी और निर्माण कार्यों में अतिरिक्त वित्त की आवश्यकता होने पर प्रस्ताव प्रेषित करने के निर्देश दिये।
उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि दिनांक 13 फरवरी, 2018 को मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड के आवास पर अपराह्न 4.00 बजे गेल(गैस आथरिटी आॅफ इण्डिया लि0) के सौजन्य से मुख्यमंत्री के कर कमलों द्वारा प्रदेश के छात्रों के उज्ज्वल भविष्य से हेतु सुपर-100 की लांचिंग की जायेगी। जिसके अवसर पर उन्होंने उच्च शिक्षा निदेशक को नजदिकी डिग्री काॅलेजों के शिक्षाविदों, प्राचार्यों और 8-10 इण्टर काॅलेज के टाॅपर्स विद्यार्थियों को कार्यक्रम में आमंत्रित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष उत्तराखण्ड में सुपर-30 के माध्यम से 28 विद्यार्थियों का आईआईटी में चयन हुआ, जो पूरे देश में प्रथम स्थान पर हैं तथा इसी से प्रेरणा लेते हुए हमारी सरकार आगामी वर्षों में सुपर 100 शोधकर्ता, 50 आईएएस/पीसीएस और 50 एनडीए मिशन चलाने का विचार कर रही है।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा निदेशक डाॅ0 सबिता मोहन, संयुक्त सचिव एमएम सेमवाल, शिक्षाविद् डा0 हर्षवंती बिष्ट, एसोसिएट प्रो0 निदेशालय डाॅ0 पंकज कुमार पाण्डेय सहित विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी/कार्मिक उपस्थित थे।