नई दिल्ली: पुदुचेरी की उपराज्यपाल डॉ. किरण बेदी ने आज पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों के प्रमुखों की 35वीं राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित किया। इस दो दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन गृह मंत्रालय के अंतर्गत, पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो द्वारा किया जा रहा है।
इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. किरण बेदी ने कहा कि इस वर्ष संगोष्ठी का विषय ‘ई-लर्निंग’लागत, समय और दूरी को कम करता है। उन्होंने कहा कि ई-लर्निंग केन्द्र सरकार के डिजिटल भारत पहल का अभिन्न अंग है। उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि, प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षित करने के लिए प्रशिक्षकों को पूरा प्रयास करना चाहिए, क्योंकि किसी भी प्रशिक्षण का परिणाम प्रशिक्षकों के सिखाने के तरीके पर निर्भर करता है।
डॉ. किरण बेदी ने कहा कि बात चाहे जीवन की हो अथवा पेशे की, मगर इंसान के लिए प्रत्येक दिन ही प्रशिक्षण अथवा सीखने का दिन होता है। उन्होंने कहा कि पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो एवं सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, पुलिस अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए मुख्य केन्द्र हैं और इन केन्द्रों को प्रशिक्षण के क्षेत्र में सर्वोत्तम तरीकों को साझा करने के लिए नियमित रूप से मिलते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन केन्द्रों को ई-लर्निंग के लिए सामग्री स्रोत की भूमिका निभानी चाहिए। डॉ. किरण बेदी ने यह भी कहा कि आईआईटी, आईआईएम एवं अन्य प्रबंधन संस्थानों का सहयोग भी पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों को लेना चाहिए, क्योंकि ये संस्थान बेहतर अनुसंधान कर सकते हैं और प्रशिक्षण अभ्यासों के संबंध में कारगर सुझाव दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि समाज में पुलिस का महत्वपूर्ण स्थान है, पुलिस विभाग भारत को रहने एवं जीवन यापन करने के लिए बेहतर स्थान बना सकता है।