नई दिल्लीः रक्षा मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण के मार्गदर्शन में रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग ने तमिलनाडु डिफेंस क्वैड के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने का कार्य शुरू कर दिया गया है। विभाग क्वैड की डीपीआर तैयार करने के लिए शीर्ष परामर्श कंपनी की सेवाएं लेगा।
वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली ने बजट 2018-19 में दो रक्षा उत्पादन कॉरिडोर स्थापित करने की घोषणा की है। इसके अलावा यह निर्णय लिया गया है कि इन रक्षा उत्पादन कॉरिडोरों में से एक कॉरिडोर तमिलनाडु में स्थापित किया जाएगा। इस चतुर्मुखी कॉरिडोर का विस्तार चेन्नई से होसुर, कोयम्बटूर, सेलम और तिरूचिरापल्ली तक होगा, इसलिए इसका नाम तमिलनाडु डिफेंस क्वैड उचित है। सरकार रक्षा क्षेत्र में उद्योग के लिए नये अवसर खोल रही है, ऐसे में तमिलनाडु डिफेंस क्वैड से राज्य में ऊर्जावान विनिर्माण क्षेत्र में प्रमुख अवसर उपलब्ध होंगे।
इसके अतिरिक्त स्थानीय उद्योग की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए विशेष रूप से सूक्ष्म, लघु और मझौले उद्यम मंत्रालय को इस प्रस्तावित परियोजना में शामिल करना उचित कदम है। रक्षा मंत्रालय ने क्वैड परियोजना के लिए चेन्नई, होसुर, कोयम्बटूर, सेलम और तिरूचिरापल्ली में सभी महत्वपूर्ण स्तर पर चर्चा शुरू कर दी है। इन चर्चाओं में मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड, भारत इलैक्ट्रोनिक्स लिमिटेड, भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड और तोपखानों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। ये चर्चाएं शुरू हो चुकी है और पहली चर्चा 26 फरवरी, 2018 को होसुर में आयोजित की गई थी। अन्य चर्चाओं की तिथि निम्नलिखित हैं :-
- कोयम्बटूर – 05 मार्च, 2018
- सेलम – 07 मार्च, 2018
- चेन्नई – 10 मार्च, 2018
तिरूचिरापल्ली के लिए अलग से तिथि की घोषणा की जाएगी। रक्षा क्षेत्र में रूचि रखने वाले सभी उद्योगपतियों को इन चर्चाओं में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।