लखनऊ: प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री श्री रमापति शास्त्री ने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का सही ढंग से प्रचार-प्रसार करते हुए लक्ष्य के सापेक्ष विवाह कार्यक्रम सम्पन्न करायें, यह योजना मा0 मुख्यमंत्री जी की प्राथमिकता में है। विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के तहत पात्र लाभार्थियों को लाभान्वित कराना सुनिश्चित किया जाये। वर्तमान सरकार सबका साथ सबका विकास के आधार पर कार्य कर रही है। आईजीआरएस पर प्राप्त शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाये।
श्री शास्त्री आज यहां सिडको सभाकक्ष गोमती नगर में विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए ये निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि विभागीय योजनाओं का क्रियान्वयन सही ढंग से करते हुए पात्र लाभार्थियों को लाभान्वित किया जाये। उन्होंने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की समीक्षा करते हुए सोनभद्र, चन्दौली, शाहजहांपुर, गाजीपुर, प्रतापगढ़, पीलीभीत, देवरिया, जालौन, मऊ, लखीमपुर खीरी में अच्छी प्रगति होने पर इन जनपदों के अधिकारियों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि सभी जनपदों के जिला समाज कल्याण अधिकारी अपने-अपने जनपद में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में ग्राम प्रधानों सहित अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कराते हुए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में अधिक से अधिक नवविवाहित जोड़ों का विवाह सम्पन्न कराया जाये। वृद्धावस्था/किसान पेंशन योजना की समीक्षा करते हुए श्री शास्त्री ने निर्देश दिये है कि तहसील स्तर पर वृद्धावस्था पेंशन के शिविर लगाकर पात्र लाभार्थियों के फार्म भरवाये तथा वृद्धावस्था पेंशन से लाभान्वित कराये जाने के निर्देश दिये।
श्री शास्त्री ने वृद्धावस्था पेंशन योजना के लाभार्थियों का डिजिटाइजेशन तथा आधार लिंकेज का कार्य प्राथमिकता के आधार पर शत-प्रतिशत कराये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा जनपद स्तर पर अधिकारी विभागीय योजनाओं की प्रगति में तेजी लाते हुए कार्यों को सही ढंग से निर्धारित समय में पूरा कराना सुनिश्चित करें। विभागीय कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के तहत नियमानुसार कार्यवाही कराते हुए पात्र लाभार्थियों को लाभान्वित कराये जाने के निर्देश दिये।
श्री शास्त्री ने बताया कि समाज कल्याण/जनजाति विकास विभाग द्वारा संचालित राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालयों में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के निर्धन एवं प्रतिभावान छात्रों को अत्कृष्ट आवासीय शिक्षा निःशुल्क प्रदान करायी जा रही है। इसके साथ ही निःशुल्क छात्रावास, पाठ्य पुस्तक, यूनीफार्म एवं खेलकूद आदि की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा की जाती है। उन्होंने कहा कि राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालयों में मानक के अनुरूप छात्रों का प्रवेश कराया जाये।
श्री शास्त्री ने परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केन्द्रों में संचालन, राजकीय अनुसूचित जाति छात्रावास अत्याचार से प्रभावित अनुसूचित जाति के परिवारों को आर्थिक सहायता योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, अनुसूचित जाति के निर्धन व्यक्तियों के पुत्रियों की शादी हेतु अनुदान योजना, आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों के निस्तारण सहित अन्य विभागीय योजनाओं एवं कार्यों की प्रगति की समीक्षा की।
इस अवसर पर राज्यमंत्री समाज कल्याण श्रीमती गुलाब देवी ने कहा कि आज की इस बैठक में विभिन्न बिन्दुओं पर गम्भीरता से चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी सकारात्मक सोच से कार्य करें। वर्तमान सरकार गरीबों के उत्थान के लिए पूरी तरह से कार्य कर रही है। इस अवसर पर आयुक्त समाज कल्याण श्री चन्द्र प्रकाश, प्रमुख सचिव समाज कल्याण श्री मनोज सिंह, सचिव समाज कल्यण श्री चन्द्र पाल सिंह, निदेशक समाज कल्याण श्री जगदीश प्रसाद सहित अन्य संबंधित अधिकारी तथा जनपदों के जिला समाज कल्याण अधिकारी आदि उपस्थित थे।