ऐतिहासिक धरोहर ताजमहल को लेकर गरमाई राजनीति के बीच आगरा पहुंचे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ताजमहल को भारत की वास्तु का अनमोल रत्न बताया है. उन्होंने कहा कि ताजमहल देश के मजदूरों और किसानों के खून और पसीने से बना है. इसलिए इसकी रक्षा की जिम्मेदारी सभी की है.
उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के लिए आगरा पिकनिक स्पॉट हुआ करता था लेकिन हमारी सरकार के लिए यह साधना स्थल है. सीएम योगी ने ताजमहल और उसके आसपास के इलाकों के लिए कई घोषणाएं की.
‘ताजमहल वास्तुकला का अनमोल रत्न’
सीएम ने कहा कि आगरा मैं हर रोज देशी और विदेशी मिलाकर करीब 40000 पर्यटक आते हैं. अगर हम उनकी सुविधा और सुरक्षा की बेहतर व्यवस्था कर सकें तो ये संख्या आसानी से ढाई से तीन लाख तक पहुंच सकती है. उन्होंने कहा कि ये संख्या केवल पर्यटन के क्षेत्र में विकास के लिए नहीं बल्कि युवाओं को रोजगार से जोड़ने में भी महत्वरपूर्ण साबित हो सकती है.
योगी आदित्यनाथ, सीएम, यूपी बहुत सारे लोग तमाम तरह की टिप्पणियां करेंगे. लेकिन हम इस तह में न जाएं कि ताज क्यों बना, कब बना, कैसे बना? महत्वपूर्ण ये है कि ताजमहल का निर्माण भारत के मजदूरों और किसानों के खून पसीने से हुआ है. ये भारत की वास्तु का एक अनमोल रत्न है, जिसने दुनिया के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित किया है. उसके संरक्षण की जिम्मेदारी हम सबको निभानी पड़ेगी.
‘मेरे आगरा आने पर कई लोगों को आपत्ति थी’
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनके आगरा आकर ताजमहल आने पर बहुत सारे लोगों को आपत्ति थी. योगी ने कहा, ‘ये आपत्ति उन्हीं लोगों को है, जिन लोगों ने समाज को जातीय खेमों में बांटकर रख दिया था. यूपी की राजनीति को जातिवाद, परिवारवाद और भ्रष्टाचार के चुंगल में फंसाकरके यहां के सामाजिक तानेबाने छिन्न भिन्न करके यूपी को विकास से वंचित किया था. यही लोग मेरे आगरा आने पर तमात तरह की टिप्पणियां कर रहे थे.’
सीएम ने कहा कि उन लोगों ने अपने वक्त में विकास कराया नहीं. लेकिन आज जब आगरा को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन के मानचित्र पर स्थापित करने के लिए हमारा पर्यटन मंत्रालय कार्य कर रहा है तो स्वाभाविक रूप से उनकी पीड़ा को मैं समझ सकता हूं. क्योंकि जो काम उन्हें पहले कर देना चाहिए था. वो आज हम सभी की भावनाओं का सम्मान करते हुए कर रहे हैं.