देहरादून: प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य ने राजपुर रोड स्थित एक स्थानीय होटल में हिमालयन इन्क्रीमेन्टर स्टडीज एण्ड कनसर्वेन्शन (हेस्को) देहरादून के सहयोग से प्रोमोशन बायो सांईस टैक्नोलाॅजी फार डिस्ऐबल कम्यूनिटी की दो दिवसीय कार्यशाला में सम्बोधन करते हुए कहा कि हेस्को संस्थान जो पर्यावरणविद डाॅ अनिल प्रकाश जोशी द्वारा संचालित किया जा रहा है उसमें नामचीन हस्तियों का भी योगदान है। उत्तराखण्ड में एक नई पहचान एवं दिशा दी है। संस्था की सामाजिक सरोकारेां के साथ गहरा रिश्ता रहा है। संस्था के निदेशक डाॅ अनिल जोशी विभिन्न क्षेत्रों में रहकर कई लोगों के साथ कार्य करते हुए पहाड़ की पीड़ा को नजदीक से देखा है एवं उसका उन्हे अनुभव प्राप्त है।
उन्होने कहा कि दिव्यांगता एक गम्भीर समस्या है आपटिस्म एक ऐसा रोग है जो गम्भीर है। इस बीमारी को मेरे द्वारा बहुत नजदीक से देखा गया है। उन्होने कहा कि हमे ऐसे लोगों के प्रति संवेदशील होना चाहिए तथा ऐसे लोगों से जुड़ना चाहिए, उन्हे हीन दृष्टि से नही देखना चाहिए, हमें ऐसे लोगों की हर हाल में हर प्रकार से मदद के लिए आगे आकर कार्य करना चाहिए।
उन्होने कहा कि हमारे प्रदेश में जो दिव्यांग है उनके लिए काफी विषम चुनौतियां है। उन्हे रोजगार सृजन के अवसर प्रदान कराने में हमें अपनी भरपूर मदद करनी होगी । उनकी इस लड़ाई में हम मजबूती से लड़ेगें। हमें उनके प्रति दया के साथ-2 दायित्व बोध होना चाहिए। उन्होने कहा कि जो लोग सामाजिक सरोकारों से जुड़े हैं, उन्हे दिव्यांगता के प्रति सामाजिक न्याय दिलाने में उनकी मदद करें, हमें उस पात्र व्यक्ति के पास जाना होगा, जिसमें कला एवं हुनर है, जिन्हे इसकी दरकार है, जो अपने -2 क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं समर्पण विचार से अपनी पहल करते हुए इसमें हमारी विशेष भूमिका होनी चाहिए।
कार्यशाला में मंत्री जी ने कहा कि पहाड़ की समस्या पहाड़ जैसी है। पहाड़ मेें बहुत दुस्वारियों हैं पहाड़ की बुनियादी जरूरतें हैं जिन्हे पूर्ण करने के लिए सरकार प्रयत्नशील है। हर नागरिक को अपने कर्तव्यों का बोध होना चाहिए, भविष्य का निर्माण युवाओं को करना है युवा अपनी आवाज एवं ताकत से नये समाज का निर्माण करें। उन्होने इस अवसर पर कहा कि दिवयांगों की कमेटी में मैं सहयोगी के रूप में कार्य करूगां मेंरा संकल्प सेवा ही धर्म है किसी गरीब के आंसू पोछने में यह तन एवं मन लगे इससे बड़ा पुनीत कार्य क्या होगा। यह एक हमारी संस्कृति का हिस्सा भी है। उन्होने दिव्यांगों से आह्वान करते हुए कहा कि आईये हम सब मिलकर एक नई शुरूवात करें हमें बाजार भी मिलेगा तथा रोजगार के अवसर भी प्रदान होगें।
कार्यशाला में श्रीमती अर्पना दास, डाॅ शाही उद्धीन अहमद, सलाहकार डी.बीटी डाॅ सुनील कुमार आदि वक्ताओं ने अपने विचार रखे। कार्यशाला की अध्यक्षता हेस्को के निर्देशक डाॅ अनिल प्रकाश र्जोशी ने की। इस अवसर पर दिव्यांगों द्वारा बनाये गये उत्पाद के स्टाल का भी मंत्री जी द्वारा अवलोकन किया गया।