देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने नगर निगम प्रेक्षागृह में दीनदयाल उपाध्याय सेवा प्रतिष्ठान द्वारा आयोजित अभिनन्दन समारोह में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय एक अभिनव व्यक्तित्व थे। विकास की पंक्ति में अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को ऊपर उठाना उनके जीवन का सबसे मूल मंत्र रहा है। उन्होंने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय ने भौतिकता को जीवन का अन्तिम लक्ष्य समझा। एकात्म मानववाद का दर्शन दिया। उन्होंने जीवन में टकराव को नहीं देखा। हम सब किसी न किसी रूप में एक दूसरे से जुड़े हैं, वे इस विचारधारा को लेकर आगे बढ़े। उनका मानना था कि सृष्टि भी कहीं और जुड़ी है। उन्होंने परमेष्टि तक की बात की। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय के चिंतन को हमें पूरा करना है। उनके जीवन दर्शन को प्रतिष्ठित करने में संस्थाओं की बड़ी भूमिका रही है। इस अवसर मुख्यमंत्री ने अरूण मिश्र द्वारा लिखित पं. दीनदयाल उपाध्याय पर आधारित काॅमिक्स का विमोचन भी किया।
अभिनन्दन समारोह में मेयर/ विधायक श्री विनोद चमोली, विधायक श्री हरबंस कपूर, विधायक श्री खजान दास, पं दीनदयाल सेवा प्रतिष्ठान के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अरूण मिश्रा, पं दीनदयाल सेवा प्रतिष्ठान की प्रदेश अध्यक्ष सुभा वर्मा, संरक्षक गोपाल कृष्ण मित्तल आदि उपस्थित थे।