लखनऊ: माहे रमजान के तीसरे जुमे में मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी ने रोजेदारों को संबोधित करते हुए दुनिया की बेजा मुहब्बत से बचने की हिदायत की। मौलाना ने अपने संबोधन मै कहा के दुनिया की बेजा मुहब्ब्त इन्सान के हर अमल को बर्बाद कर देती है, शैतान भी इन्सान को इसी दुनिया के द्वारा बेहकाता है। मौलाना ने कहा कि कुरान के अनुसार इन्सान पर दुनिया के जीवन को हसीन बनाकर पेश किया जाता है ताकि उसे धोखा दिया जा सके, मौलाना ने वर्णन करते हुए कहा कि इन्सान की लाजमी जरूरत की चीजों को कभी सजा संवार कर पेश नहीं किया जाता ,बल्कि उन चीजों को सजाया जाता है जो जरूरत के लिये अनिवार्य नहीं होती हैं ताकि सजावट और सौंदर्य का धोखा देकर उन्हें जरूरत बना दिया जाए, कुराने कहता कि जिसकी आंखों पर लापरवाही और गफलत के पर्दे पड़े होते हैं वही दुनिया की खूबसूरती से धोखा खाता है।मौलाना ने दान और सदकात के महत्व को बताते हुए कहा कि रमजान के मुबारक महीने में रोजादारों को चाहिए कि अधिकतम दान करे क्योंकि अल्लाह के लिये जो कुछ दिया जाता है वह बर्बाद नहीं होता, अल्लाह की राह में दिए जाने वाला माल कभी खर्च नहीं होता बल्कि वह अल्लाह के यहाँ सुरक्षित होता है। अल्लाह ने वादा किया है कि एक नेकी पर दस गुना प्रदान करेगा बल्कि दस गुणा प्रदान करेगा । मौलाना ने कहा कि रमजान के मुबारक महीने में रोजेदार को चाहिए कि वे अपने माल की जकात निकाले और अधिक से अघिक दान करे।