देहरादून: राज्यपाल डॉ. कृष्ण कांत पाल ने दून विश्वविद्यालय में 26 से 29 अक्टूबर तक आयोजित इंटर यूनिवर्सिटी स्पोर्ट्स मीट के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए। राज्यपाल ने विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि खेल में जितना महत्वपूर्ण जीतना है उतना ही महत्वपूर्ण पूरे मनोबल से प्रतिभाग करना है। राज्यपाल ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान करने के निर्देश दिए। साथ ही पूरे आयोजन की एक स्मारिका प्रकाशित करने को भी कहा जिसमें विजेता खिलाड़ियों के फोटोग्राफ भी हों।
राज्यपाल ने कहा कि प्रथम इंटर यूनिवर्सिटी स्पोर्ट्स मीट का आयोजन एक ऐतिहासिक शुरूआत है। उत्तराखण्ड में खेल प्रतिभाओं की कमी नही है। उत्तराखण्ड की भौगोलिक स्थितियां ऐसी हैं कि यहां के खिलाड़ियों का स्टेमिना स्वाभाविक रूप अधिक बेहतर होता है। इस तरह की प्रतियोगिताओं से खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे। खेल को जीवन का नियमित हिस्सा बनाने से टीम वर्क व कठिनाईयों का सामना करने के गुणों का विकास होता है।
राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय, खेल को पढ़ाई की तरह ही नियमित गतिविधि के रूप में अपनाएं। इस बार समय कम होने के कारण कम स्पर्धाओं का आयोजन किया गया था। अगली बार से एथलेटिक्स की स्पर्धाएं भी आयोजित की जाएंगी।
खेल मंत्री श्री अरविंद पाण्डे ने कहा कि विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि जो जीत नहीं सके वे अपनी कमियों से सीखें और अपने खेल में सुधार लाते हुए अगली बार फिर प्रतिभाग करें। उन्होंनंे पुरूषार्थ पर बल देते हुए कहा कि जीवन में बहुत संघर्ष का सामना करना पड़ता है। सफलता हासित करने के लिए आडम्बर से दूर रहते हुए बहुत मेहनत करनी होती है।
दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0कुसुम अरूणाचलम ने बताया कि श्री राज्यपाल के निर्देश पर 26 अक्टूबर से 29 अक्टूबर तक कुल 4 दिनों तक आयोजित इंटर यूनिवर्सिटी स्पोर्ट्स मीट में 11 विश्विद्यालयों ने प्रतिभाग किया। इसमें टेबिल टेनिस, बेडमिंटन, बास्केटबाॅल, वाॅलिबाॅल व फुटबाॅल पांच खेलों की 9 स्पर्धाओं का आयोजन किया गया।