नई दिल्ली: देशभर के करीब 54,000 पेट्रोल पंप 13 अक्टूबर को बंद रहेंगे. इससे आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. हालाकि यह बंद सिर्फ एक दिन के लिए ही होगी. दरअसल, पेट्रोल पंप डीलर्स ईंधन के दैनिक संशोधन से भी नाराज हैं और उनकी मांग है कि पेट्रोलियम उत्पादों को भी जीएसटी के दायरे में लाया जाए. इसी के मद्देनजर 13 अक्टूबर को पेट्रोल पंप डीलर्स ने एक दिन की हड़ताल का फैसला किया है. यह हड़ताल काफी दिनों से लंबित पड़ी पेट्रोल पंप डीलर्स की मांगों को पूरा करने के लिए की जा रही है.
फेडरेशन ऑफ महाराष्ट्र पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष उदय लोढ ने कहा कि यह फैसला यूनाइटेड पेट्रोलियम फ्रंट की पहली ज्वाइंट मीटिंग में लिया गया है. पेट्रोल पंप डीलर्स की मांग है कि 4 नवंबर 2016 को तेल मार्केटिंग कंपनियों के साथ किए गए समझौते को लागू किया जाए, मार्केटिंग अनुशासन दिशानिर्देश के तहत लगाए जाने वाले जुर्माने को खत्म किया जाए और पारित हो चुके लेकिन डीलर को मार्जिन न दिया जाना शामिल है.
ट्रक मालिकों को हड़ताल सोमवार से
ट्रक मालिकों और संचालकों ने 36 घंटों के राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया, जो नौ अक्टूबर को सुबह आठ बजे से शुरू होगी. कलकत्ता गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रभात कुमार मित्तल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, जीएसटी लागू होने के बाद परिवहन व्यवसाय बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस और अन्य ट्रांसपोर्ट एसोसिएशनों ने दो दिनों की सांकेतिक राष्ट्रीय हड़ताल का आह्वान किया है, जो नौ अक्टूबर (सोमवार) को सुबह आठ बजे से शुरू होगी और 10 अक्टूबर को शाम आठ बजे खत्म होगी.