नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज लखनऊ में देश की आजादी के लिए खातिर लिए गए संकल्प की तर्ज पर नया भारत बनाने का संकल्प लेने का आह्वान करते हुए कहा कि जब देश की आजादी का संकल्प पूरा हो सकता है तो नया भारत में भारत का संकल्प पूरा क्यों नहीं हो सकता।
गृहमंत्री ने यहां पर्यटन भवन में “नया भारत-हम करके रहेंगे” चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में कहा कि संकल्प में बहुत बड़ी ताकत होती है। महात्मा गांधी जैसे व्यक्तित्व ने ‘करो या मरो’ का नारा दिया था और उसे एक संकल्प के रूप में लोगों के मन में बैठा दिया था।
श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि 1942 में ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का संकल्प इतना तीव्र हुआ कि पांच साल बाद 1947 में भारत माता गुलामी की बेड़ियों से आजाद हो गई। अगर उस संकल्प से भारत आजाद हो सकता है तो वर्ष 2017 में लेकर वर्ष 2022 में हम नए भारत का संकल्प क्यों नहीं पूरा कर सकते।
गृहमंत्री ने कहा कि अगर देश एक राष्ट्रीय संकल्प के साथ उठ खड़ा हो तो 2022 तक नया भारत बनाया जा सकता है। साथ ही कहा कि देश की आजादी भी किसी एक पार्टी के आंदोलन का परिणाम नहीं थी। वह भी एक राष्ट्रीय संकल्प का ही नतीजा था। हम सभी लोग मिलकर स्वच्छ भारत गरीबी मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त, आतंकवाद मुक्त , संप्रदाय मुक्त, जातिवाद मुक्त भारत का संकल्प लें तो नए भारत का निर्माण तय समय में किया जा सकता है।
श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत का अपने मूल्यों के प्रति अखंड रहना जरूरी है। इसके जरिए हम जाति मुक्त और संप्रदाय मुक्त भारत बना पाएंगे। जो बराबरी के व्यापक दृष्टिकोण की पैरोकारी करता होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी ने स्वच्छता आंदोलन की शुरुआत की थी लेकिन इसे जन आंदोलन का रूप देने का श्रेय प्रधानमंत्री को जाता है।
श्री सिंह ने कहा कि मोदी सरकार के संकल्प के कारण ही अभी तक 800 करोड़ रुपए की बेनामी संपत्ति ज़ब्त की जा चुकी है और करीब पौने तीन लाख फर्जी कंपनियों पर ताला लग चुका है।
गृहमंत्री ने इस मौके पर उपस्थित लोगों को “नया भारत-हम करके रहेंगे” की शपथ भी दिलाई।