लखनऊ: श्री सुलखान सिंह, पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा निर्देश दिये गये थे कि नक्सल प्रभावित जनपदों के लोगों को मुख्य धारा से जोड़ने एवं उनके विकास हेतु प्रयास किये जायें तथा वहाॅ के युवक/युवतियों को स्वावलम्बी, आत्मनिर्भर एवं आर्थिक रूप से मजबूत बनाने हेतु प्रशिक्षित किया जाये।
उक्त के क्रम में श्री आशीष तिवारी, पुलिस अधीक्षक मीरजापुर द्वारा बंगलूरू की एनजीओ छनकहम स्पमि ैापससे थ्वनदकंजपवद को मीरजापुर आमंत्रित किया गया । उक्त एनजीओ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में युवाओ को आत्मनिर्भर एवं स्वावलम्बी बनाने हेतु कार्यरत है । एनजीओ टाटा ट्रस्ट एवं नन्दन निलेकानी द्वारा समर्थित है एवं युवाओं को टेªनिंग देने के उपरांत उन्हें रोजगार उपलब्ध कराती है।
जनपद मीरजापुर में उक्त कम्पनी के निदेशक श्री श्रीराम दिनांक 29-10-2017 (रविवार) को आ रहे हैं, जो जनपद में बंगलुरू में उनकी टेªनिंग ‘‘गुरूकुल’’ का प्रेजेंटेशन देंगे। उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में 18 से 28 वर्ष के 63 बेरोजगार युवाओं का चयन किया जाना है । जनपद मीरजापुर पुलिस द्वारा 200 युवकों का चयन किया गया है जिसमें से 63 युवकों को दिनांक 29-10-2017 को कम्पनी के अधिकारियों द्वारा अन्तिम रूप से चयनित किया जायेगा। चयन के पश्चात् उन्हें तीन माह का स्वरोजगार परख तकनीकी प्रशिक्षण गुरूकुल बंगलुरू में दिया जायेगा ।
चयनित अभ्यर्थियों को बंगलुरू में उक्त प्रशिक्षण के दौरान कम्पनी द्वारा उनके रहने, खाने आदि की सुविधा निःशुल्क उपलब्ध करायी जायेगी तथा प्रशिक्षण के उपरान्त इन युवकों को विभिन्न प्राइवेट कम्पनियों में उनका प्लेसमेंट भी इस कम्पनी द्वारा कराया जायेगा। इस तरह चयनित युवाओं को नौकरी मिलने से नक्सल क्षेत्र के युवा आत्मनिर्भर एवं स्वावलम्बी बनेंगे । समाज की मुख्य धारा से जुड़कर नक्सल गतिविधियों से विमुख होगे। इससे नक्सल समस्या के निराकरण में काफी सहायता मिलेगी। यहां यह उल्लेखनीय है कि अभी तक नक्सल प्रभावित क्षेत्र के युवाओं को मात्र प्रशिक्षण दिया जाता रहा है, जबकि इस बार उक्त कम्पनी के माध्यम से जनपद पुलिस द्वारा बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण के साथ ही जाॅब प्लेसमेंट की भी व्यवस्था करायी जा रही है।