नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत राज्य सरकार ने 19 मार्च, 2017 से 4 परियोजनाओं पर कार्य शुरु किया है। वर्तमान में 13 परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है। इसके तहत 2065.81 करोड़ रुपये की 11 नई परियोजनाएं एनएमसीजी भारत सरकार द्वारा स्वीकृत कराई गई हैं।
नगर विकास विभाग से प्राप्त सूचना के अनुसार गंगा नदी एवं सहायक नदियों पर स्थित नगरों हेतु नालों के आई0 एण्ड डी0 एवं एस0टी0पी0 हेतु 7482.00 करोड़ रुपये लागत की 29 परियोजनाओं की सूची प्राथमिकता के आधार पर स्वीकृति हेतु भारत सरकार को भेजी गई। इनमें से कुल 11 परियोजनाएं स्वीकृत की जा चुकी है।
इन परियोजनाओं के माध्यम से भारत सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम ‘‘नमामि गंगे‘‘ के तहत गंगा नदी की अविरल एवं निर्मल बनाने और गंगा नदी की सहायक नदियों के तटों पर स्थित नगरों में सीवेज प्रणाली विकसित कर म्युनिसिपल सीवेज को रोका जाएगा।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2009 में गंगा नदी को राष्ट्रीय नदी घोषित कर गंगा एवं इसकी सहायक नदियों को प्रदूषण मुक्त बनाने हेतु राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण का गठन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य गंगा एवं इसकी सहायक नदियों के तट पर स्थित नगरों में सीवेज प्रणाली विकसित कर शहरी गन्दगी को रोका जाना था। वर्ष 2014 में इस कार्यक्रम की समीक्षा की गई तथा गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए नमामि गंगे कार्यकम का शुभारम्भ माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य गंगा नदी को अविरल एवं निर्मल बनाया जाना है।
इस हेतु सीवरेज नेटवर्क एवं आई0 एण्ड डी0 एवं एस0टी0पी0 संबंधी कार्य कराए जा रहे हैं। 19 मार्च, 2017 के बाद 2065.81 करोड़ रुपये की जिन 11 परियोजनाएं एनएमसीजी भारत सरकार से स्वीकृत कराई गई हैं उनमें इलाहाबाद में नैनी-झूंसी-फाफामऊ में आई0एण्ड डी0 एवं एस0टी0पी0 के कार्य, वृन्दावन में एस0टी0पी0 एवं एस0पी0एस0 का उच्चीकरण, शुक्लागंज उन्नाव जनपद में आई0 एण्ड डी0 एवं एस0टी0पी0 के कार्य, उन्नाव नगर के आई0 एण्ड डी0 एवं एस0टी0पी0 के कार्य, रामनगर जनपद वाराणसी में आई0 एण्ड डी0 एवं एस0टी0पी0 के कार्य, चुनार में आई0 एण्ड डी0 एवं एस0टी0पी0 के कार्य, बिठूर-कानपुर में आई0 एण्ड डी0 एवं एस0टी0पी0 के कार्य, फर्रुखाबाद फतेहगढ़ में आई0 एण्ड डी0 एवं एस0टी0पी0 के कार्य, गाजीपुर में आई0 एण्ड डी0 एवं एस0टी0पी0 के कार्य, मिर्जापुर में आई0 एण्ड डी0 एवं एस0टी0पी0 के कार्य तथा मथुरा में आई0 एण्ड डी0 एवं एस0टी0पी0 के उच्चीकरण के कार्यों की स्वीकृति कराई जा चुकी है।