लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि जिलाधिकारी अपने अधीनस्थ अधिकारियों के माध्यम से यह सुनिश्चित कराएं कि विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को उन योजनाओं का लाभ मिले। उन्होंने कहा कि गरीबों को उनका राशन हर हाल में मुहैया कराया जाए। अन्न व राशन माफिया से सख्ती से निपटा जाए। जिलाधिकारी तथा एस0एस0पी0 अभियान चलाकर ऐसे माफियाओं के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करें। इसके साथ ही, उन्होंने खनन, वन एवं गो-माफियाओं के विरुद्ध भी कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री आज गोरखपुर के जी0डी0ए0 सभागार में गोरखपुर व बस्ती मण्डल के मण्डलीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। इस बैठक में प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य, अभियंत्रण, सिंचाई, राष्ट्रीय राजमार्ग, विकास, गन्ना एवं चीनी मिल आदि से सम्बन्धित अधिकारी मौजूद थे। अवैध खनन के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री ने कहा कि खनन माफियाओं के हौसले बुलन्द रहे हैं तथा वन माफिया भी पेड़ों की अवैध कटान कर रहे हैं। उन्होंने इस सम्बन्ध में सूचना तंत्र को सक्रिय करने और दोषियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए।
श्री योगी ने उत्तर प्रदेश के गन्ना एवं चीनी आयुक्त से कहा कि प्रदेश की बन्द चीनी मिलों को चलाने तथा खराब चीनी मिलों की मरम्मत एवं नई चीनी मिलों की स्थापना की सम्भावनाओं का 15 दिन के अन्दर आकलन कराकर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि वे प्रदेश के समस्त गन्ना किसानों का चीनी मिलों पर लम्बित धन का हिसाब-किताब तत्काल बनाकर 15 दिन के अन्दर उनका भुगतान कराना सुनिश्चित करें। नई पेराई सत्र में किसानों के गन्ना मूल्य का भुगतान एक माह के अन्दर कराने के लिए तत्काल रणनीति बनाने के निर्देश भी उन्होंने अधिकारियों को दिए।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में जितनी भी घुमक्कड़ जातियां हैं, उनका सर्वे कराकर शासन की समस्त योजनाओं से उन्हें लाभान्वित करने के लिए सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारी प्रोजेक्ट बनाकर कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने पूरे प्रदेश के वन टांगिया तथा मुसहर बाहुल्य गांवों का सर्वे कराकर उन्हें राजस्व गांव घोषित करें। इन राजस्व गांवों में शासकीय सुविधाएं जैसे-शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, यातायात, सड़क, पक्के मकान, राशन कार्ड, उस क्षेत्र में सरकारी राशन की दुकान, बिजली आदि उपलब्ध कराई जाए और इन समुदायों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि आजादी के 70 साल बाद भी इस समुदाय के लोग आधुनिक समाज एवं सुुविधाओं से कटे हुए हैं।
श्री योगी ने अधिकारियों से कहा कि नवरात्रि में शक्तिपीठों एवं दुर्गा देवी के मंदिरों में काफी संख्या में भक्त आते हैं, जिसमें पुरुष, महिलाएं, बच्चे व बच्चियां सभी शामिल होते हैं। ऐसे स्थानों पर प्रायः ग्रामीण मेला भी लगता है, इसलिए जिलाधिकारीगण सम्बन्धित क्षेत्रों के उप जिलाधिकारी, पुलिस क्षेत्राधिकारी, थानाध्यक्षों एवं नगरपालिकाओं आदि अधिकारियों की तत्काल बैठक लेकर इन स्थानों पर शुद्ध पेयजल, सफाई, पुलिस सुरक्षा, शेल्टर गृह एवं अस्थायी शौचालयों का निर्माण सुनिश्चित कराएं। ऐसे शक्ति स्थलों पर जनपद के वरिष्ठ अधिकारी भी नियमित भ्रमण करें।
मुख्यमंत्री ने बरसात के दिनों में इंसेफलाइटिस एवं अन्य घातक बीमारियों के रोकथाम के लिए नियमित सफाई एवं शुद्ध पेयजल हेतु विशेष रणनीति बनाकर तत्काल कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दिए। उन्होंने पूरे जनपद में शहर, गांव, कस्बों में विशेष सफाई अभियान चलाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनपद में कहीं भी जल जमाव नहीं होना चाहिए। उन्होंने गांव में जल संरक्षण के लिए बने पोखरों एवं तालाबों की विशेष सफाई अभियान चलाकर, उसके पानी को पीने एवं नहाने योग्य बनाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव में नियुक्त सफाईकर्मी गांव में नियमित सफाई करें, अपने स्थान पर दूसरा अधीनस्थ न रखें, जिलाधिकारी इनकी नियमित चेकिंग कराएं। सफाई न पाए जाने पर सम्बधित के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी।
श्री योगी ने आई0जी0 जोन मोहित अग्रवाल से पुलिस की कार्य प्रणाली तथा उनकी समस्याओं की भी जानकारी ली। आई0जी0 ने प्रत्येक जनपद में मोटरसाइकिल पुलिस तैनात करने का सुझाव दिया। मुख्यमंत्री ने इस पर सहमति व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि कानून व्यवस्था बनाये रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और इस प्रदेश में अब कानून का राज चलेगा। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि वे अपने थानाध्यक्षों को आदेशित कर दें कि थाने में कोई फरियादी आता है, तो उसके साथ सद्व्यवहार होना चाहिए। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को बैंक खुलने के समय और बाजार बन्द होने के समय विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस अधिकारी अति व्यस्त समय में कुछ अपने अधीनस्थ पुलिस कर्मियों के साथ अलग अलग क्षेत्रों में डेढ़ से दो कि0मी0 प्रतिदिन पैदल भ्रमण करें, इससे जनता में विश्वास की भावना पैदा होगी। मुख्यमंत्री ने थानों पर भी विशेष सफाई कराने, एण्टी रोमियो स्क्वायड का सदुपयोग तथा अवैध स्लाटर हाउसों पर छापे डालकर, उन्हें बन्द करने का निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस को नियमित पेट्रोलिंग करने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने निर्माण से जुड़े हुए अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि वे अपने किसी भी प्रोजेक्ट के निर्माण में गुण्डांे, पेशेवर एवं आपराधिक छवि के व्यक्तियों से ठेकेदारी न कराएं। अगर वे किसी भी प्रकार का सिफारिश या दबाव बनाने का प्रयास करे, तो तत्काल जनपद के एस0एस0पी0 एवं जिलाधिकारी के संज्ञान में लाएं। साथ ही, उनके विरुद्ध तत्काल एफ0आई0आर0 दर्ज कर कार्यवाही सुनिश्चित कराएं।
श्री योगी ने निर्देश दिए कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं उच्च प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि वे स्वयं बिना किसी को बताए स्वास्थ्य केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण करेंगे और जो भी चिकित्सक या पैरामेडिकल स्टाफ अनुपस्थित पाया गया तो उसके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी।
मुख्यमंत्री का बैठक सभागार में पहुंचते ही स्वागत किया गया। बैठक का संचालन एवं तथ्यों का प्रस्तुतिकरण मण्डलायुक्त श्री अनिल कुमार ने किया। जिलाधिकारी गोरखपुर सुश्री संध्या तिवारी ने मुख्यमंत्री सहित उपस्थित सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। बैठक में प्रमुख सचिव समाज कल्याण, गन्ना आयुक्त उ0प्र0, एम0डी0 यू0पी0पी0सी0एल0 सहित अन्य प्रदेश स्तर के वरिष्ठ अधिकारी तथा मण्डल स्तर के अधिकारी मौजूद थे।