देश के अन्य हिस्सों के साथ-साथ मध्यप्रदेश में भी मां दुर्गा की उपासना का पर्व शारदीय नवरात्र धूमधाम से मनाया जाता है। आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को आगामी 21 सितम्बर से नवरात्र का शुभारंभ होगा और यह पर्व 30 सितम्बर तक चलेगा। इस बार यह नवरात्रि के दौरान गृह-नक्षत्रों के विशेष योग बन रहे हैं, जिसके चलते इस पर्व के नौ दिन सुख समृद्धिदायक होंगे।
राजधानी भोपाल समेत प्रदेशभर में नवरात्रि की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। जगह-जगह बड़े-बड़े पांचाल लगाए जा रहे हैं, जहां मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाएगी और नौ दिनों तक माता के नौ रूपों की आराधना की जाएगी। वहीं, सार्वजनिक स्थानों पर दुर्गाजी को विराजित करने के लिए चंदा वसूली की जा रही है। लोग स्वेच्छा से अधिक से अधिक धनराशि देकर माता का आराधना का पुण्य लाभ लेने में जुटे हुए हैं। वहीं, ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक इस बार नवरात्र का पर्व विशेष संयोगों के चलते सुख-समृद्धि लेकर आ रहा है।
ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद तिवारी ने बताया कि इस बार नवरात्रि के दौरान कई शुभ योग बन रहे हैं, जिसमें शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा यानी 21 सितम्बर को नवरात्रि का शुभारंभ होगा और मां की घटस्थापना गुरु-हस्त नक्षत्र के शुभ योग में होगी। उन्होंने बताया कि 21 सितम्बर को गुरु-हस्त नक्षत्र का शुभ योग बन रहा है और इसी योग में देवी मां की स्थापना होगी। इसके अलावा 21 से 29 सितम्बर तक रवियोग रहेगा, जो सुख-समृद्धिकारक है। इन नौ दिनों तक मां की आराधना करने पर श्रद्धालुओं की सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी। साथ ही 23 सितम्बर को सर्वार्थसिद्धि योग बन रहा है। यह योग बहुत ही शभ माना जाता है। उन्होंने बताया कि नवरात्रि के बाद दशहरे के दिन भी 30 सितम्बर को सर्वार्थसिद्धि योग बन रहा है।
पंडित तिवारी ने बताया कि वैसे तो शारदीय नवरात्रि मां शक्ति की आराधना का पर्व है और नौ दिनों तक उनके अलग-अलग नौ रूपों की भक्ति-भाव से पूजा-अर्चना की जाती है, इसलिए यह पर्व शुभ-मंगलकारक होता है लेकिन इस बार गृह-नक्षत्रों के विशेष संयोगों के चलते यह पर्व और अधिक सुख-समृद्धिकारक बन गया है। इस बार माता का आगमन जनजीवन के लिए हर प्रकार की सिद्धि देने और मनोकामनाएं पूरी करने वाला होगा। वहीं, इस बार दशहरा भी शुभ संयोग में मनाया जाएगा।