देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ओएनजीसी सभागार में नारद जयंती के अवसर पर विश्व संवाद केन्द्र द्वारा आयोजित पत्रकार सम्मान समारोह में प्रतिभाग करते हुए कहा कि वर्तमान समय में पत्रकारिता के उच्च मापदंड देश की मजबूती में सहायक सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि कई बार पत्रकारिता में न्यूज और व्यूज़ का घालमेल पाठकों एवं दर्शकों को विस्मय में डाल देता है। न्यूज और व्यूज़ के अन्तर को समझकर ही पत्रकारिता के उच्च आदर्शाें को पाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड के संदर्भ में कहा कि आपदा रिपोर्टिंग के समय तथ्यों के प्रस्तुतिकरण में बेहद संवेदनशीलता की आवश्यकता होती है। कई बार किसी क्षेत्र विशेष की रिपोर्टिंग पूरे प्रदेश के पर्यटन व्यवसाय को प्रभावित कर देती है। ऐसे में यह आवश्यक है कि जो स्थान आपदा से प्रभावित नहीं है, उनके बारे में भी स्पष्ट सूचना पाठकों को दी जाय।
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों का आह्वान किया है कि वे, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और स्वच्छ भारत अभियान में अपनी लेखनी के माध्यम से बढ़ चढ़ कर हिस्सा लें। विशेष रूप से पिथौरागढ़ जनपद में बेहद कम लिंगानुपात पर चिन्ता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के सभी कर्णधारों को मिलकर स्थिति में सुधार करना होगा। इससे पूर्व समारोह के मुख्य वक्ता एवं राज्यसभा सांसद श्री सुब्रह्मण्यम स्वामी ने देश की सम-सामयिक स्थितियों और पत्रकारिता के सरोकारों पर अपने विचार रखे।
विश्व संवाद केन्द्र द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिये आठ पत्रकारों श्री निशीथ सकलानी, श्री राजकिशोर तिवारी, श्री प्रशांत राय, श्री राजेश बड़थ्वाल, सुश्री निही शर्मा, श्री आफताब अजमत, श्री कुलदीप नेगी एवं श्री चन्द्र प्रकाश बुडाकोटी को नारद सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मानित पत्रकारों को मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एवं श्री सुब्रह्मण्यम स्वामी ने विश्व संवाद केन्द्र की ओर से प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिह्न प्रदान किया।