देहरादून: प्रदेश के निजी विश्वविद्यालयों द्वारा सरकारी विश्व विद्यालयों को अपना पूर्ण सहयोंग देने के लिए तथा प्रदेश के सभी 31 विश्वविद्यालयों के दीक्षान्त समारोह में एक ड्रेस होने तथा सभी विश्व विद्यालय में एक समान फीस होने के विषय में प्रदेश के उच्च शिक्षा एवं सहकारिता मंत्री डाॅ धन सिंह रावत द्वारा प्रदेश के निजी विश्व विद्यालयों के कुलपतियों एवं निदेशकों तथा संबंधित अधिकारियों के साथ सचिवालय स्थित सभागार में समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।
बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री ने प्रदेश के निजी विश्व विद्यालयों के कुलपतियों एवं निदेशकों से अपेक्षा की है कि वे अपना पूर्ण सहयोंग सरकारी विश्व विद्यालयों को दें , जिसके लिए उन्होने एक -एक विश्व विद्यालय में धनराशि उपलब्ध कराने को कहा है जिसमें विद्यालय के फर्नीचर, शौचालय, पुस्कालय एवं व्यवस्थाओं के लिए सहयोग की अपेक्षा की है । उन्होने यह भी अपेक्षा की है कि प्रदेश के सभी 31 विश्व विद्यालयों में दीक्षान्त समारोह के लिए एक डेªेस कोड लागू करने को कहा है जिसके लिए उनके द्वारा 11 विश्व विद्यालयों कुलपतियों की कमेटी गठित की है जिसमें 6 निजी विश्व विद्यालय तथा 5 सरकारी विश्व विद्यालयों के कुलपतियों को कमेटी में रखा गया है जो दो माह में ड्रेस कोड चिन्हित करगें। उन्होने सभी विश्व विद्यालयों के कुलपतियों से यह भी सहयोग की मांग की गई है की प्रदेश के सभी सरकारी एवं निजी विश्व विद्यालयों में एक समान फीस हो जिसके लिएं सरकार नया शासनादेश लाने का कार्य करेगी। इसके लिए सभी विश्व विद्यालयों के उन्नयन के लिए सुझाव की भी मांग की गई। उन्होने सभी निजी विश्व विद्यालयों में 30 सितम्बर 2017 तक अनिवार्य रूप से तिरंगा झण्डा लगाने के निर्देश दिये। उन्होने यह भी कहा कि प्रदेश के 122 डिग्री कालेजों में डेªेस कोड लागू किया गया है।
उन्होंने छात्रों की समस्याओं के समाधान के लिए सभी निजी एवं सरकारी विश्व विद्यालय में समाधान पोर्टल बनाने के निर्देश दिये। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि सुपर 100 क्लासेज चलाई जायेंगी जिसमें 50 बच्चों को अल्मोडा तथा 50 बच्चों को श्रीनगर में कोचिंग दी जायेगी। इसके लिए गेल कम्पनी द्वारा सहयोग किया जा रहा है, जिसके लिए सरकार द्वारा 10 करोड रू. की धनराशि उपलब्ध कराई जायेगी। उन्होने सभी जनपदों के विश्वविद्यालय एवं डिग्री कालेजों में ई.लाईब्रेरी की व्यवस्था सुनिश्चित कराने एवं प्रत्येक विश्वविद्यालय को वाई.फाई कनैक्टिविटी से भी जोडा जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2019 तक उत्तराखण्ड को पूर्ण साक्षर बनाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसके लिए सभी निजी विश्वविद्यालय 5-5 गावों को गोद लेकर पूर्ण साक्षरता के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहयोग करने की अपेक्षा की है।
उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ धन सिंह रावत ने कहा कि सरकार द्वारा 100 गरीब छात्र/छात्राओं जिनके परिवार की वार्षिक आय 1 लाख से कम है को पी.एच.डी कराई जायेगी, इसके लिए भी उन्होने निजी विश्वविद्यालयों से सहयोग की अपेक्षा की गयी। उन्होने यह भी अपेक्षा की है कि वे निजी विश्व विद्यालय में अच्छे प्रौफेसरों को सरकारी विश्व विद्यालय में छात्रों को पढाने हेतु समय देने की भी मांग की गयी तथा सरकारी विश्व विद्यालयों के प्रौफेसरों को भी निजी विश्व विद्यालयों में भेजा जायेगा तथा निजी विश्वविद्यालयों में हो रही एक्टिविटी से रूबरू होगें, इसके लिए भी उनके द्वारा सहयोग की अपेक्षा की गयी है। उन्होने यह भी कहा कि उनके द्वारा प्रदेश में पांच ज्ञान कुम्भ कराया जायेगा, जिसका पहला कुम्भ बद्रीनाथ के माणा गांव में आयोजित होगा, जिसमें महामहिम राष्ट्रपति को भी आमंत्रित किया जायेगा , जिसमें सभी राज्यों के विश्वविद्यालयों के छात्र/छात्राओं को भी आमंत्रित किया जायेगा। उन्होने यह भी कहा कि स्थानीय परेड ग्राउण्ड में 28 अगस्त 2017 से 5 सितम्बर 2017 तक पुस्तक मेला आयोजित किया जा रहा है, जिसमें प्रदेश एवं प्रदेश के बाहर के साहित्यकारों को भी आमंत्रित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि पढेगा भारत तो बढेगा भारत की तर्ज पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। जिसमें सभी विश्व विद्यालयों के 500-1000 बच्चों को प्रतिदिन भाग लेने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि पुस्तक मेले के दौरान नुक्कड नाटक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगे।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव डाॅ रणबीर सिंह, संयुक्त निदेशक डाॅ सविता ममगांई एवं निजी विश्व विद्यालयों के कुलपति एवं निदेशक तथा सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।