भारत ने पहली बार अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) के राइफल/पिस्टल/शॉटगन विश्व कप में पदक तालिका में पहला स्थान हासिल किया है। ऐसा पहली बार है जब भारत ने आईएएसएसएफ के किसी टूर्नामेंट में पदकतालिका में शीर्ष स्थान पर कब्जा जमाया।
भारत ने इस विश्व कप में चार स्वर्ण पदक, एक रजत और चार कांस्य पदकों पर कब्जा जमाया। विश्व कप के आखिरी दिन भारत के तीन खिलाड़ी हालांकि पुरुषों की स्कीट प्रतियोगिता में पोडियम हासिल नहीं कर सके।
स्मित सिंह ने क्वालीफाइंग में 15वां स्थान हासिल किया। वहीं अंगद बाजवा ने 115 का स्कोर करते हुए 18वें स्थान पर कब्जा जमाया। शेरज शेख ने 112 के स्कोर के साथ 30वां स्थान हासिल किया।
दो बार के ओलम्पिक पदक विजेता अमेरिका के विसेंट हैंकोक ने पुरुषों की स्कीट प्रतियोगिता का खिताब अपने नाम किया। बीजिंग और लंदन ओलम्पिक में स्वर्ण हासिल करने वाले हैंकोक ने इस जीत के बाद वापसी की है। इससे पहले वह 2015 में विश्व चैम्पियनशिप में विजयी रहे थे।
उन्होंने क्वालीफिकेशन में 125 में से 123 का स्कोर किया और फिर फाइनल में 60 में से 59 का स्कोर किया। फाइनल में आस्ट्रेलिया के पॉल एडम्स ने हैंकोक के स्कोर की बराबरी कर ली थी लेकिन शूट ऑफ में 6-5 से जीत कर हैंकोक ने स्वर्ण पर कब्जा जमाया।
इटली के टैममारो कासैंड्रो ने 49 के स्कोर के साथ कांस्य पदक हासिल किया।
भारतीय दल हालांकि इस विश्व कप से इतिहास रचते हुए वापस लौट रहा है। इस विश्व कप में भारत के युवा खिलाड़ियों ने अपना जलवा बिखेरा। शहजर रिजवी, मानु भाकेर, अखिल श्योराण, ओम प्रकास मिथारवाल, अंजुम मोदगिल और मेहुली घोष जैसे युवा खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। इनके अलावा जीतू राय, रवि कुमार और संजीव राजपूत ने भी अच्छा प्रदर्शन किया।
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