नई दिल्ली: नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अमिताभ कांत यहां राष्ट्रीय पुलिस मिशन के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन (माइक्रो मिशन्स) का उद्घाटन करेंगे। इस दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन गृह मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले विभाग पुलिस शोध तथा विकास ब्यूरो (बीपीआर एंड डी) द्वारा किया जा रहा है।
सम्मेलन के दौरान बीपीआर एंड डी के अंतर्गत आठ माइक्रो मिशन्स पर सत्र आयोजित होंगे। सत्रों के विषय हैं –सक्रिय नीति-निर्धारण तथा भविष्य की चुनौतियां (उग्रवाद तथा नक्सलवाद; भीड़ द्वारा हिंसा; साइबर अपराध; धन शोधन; नारको आतंकवाद; मानव-तस्करी) तथा संचार व तकनीक (पोलनेट – सीआईपीए – साइबर तकनीक – फोरंसिक साइंस – डीएनए-नारको विश्लेषण आदि)
विशेषज्ञों के पैनल में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक श्री आर.आर. भटनागर, भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के महानिदेशक श्री कृष्णा चौधरी, गृह मंत्रालय में विशेष सचिव (आईएस) श्रीमती रीना मित्रा तथा बीपीआर एंड डी के महानिदेशक डॉ. मीरन.सी. बोरवांकर उपस्थित होंगे।
24 मई, 2017 (मंगलवार) को होने वाले अंतिम सत्र में नोबल शांति पुरस्कार से सम्मानित श्री कैलाश सत्यार्थी मुख्य अतिथि होंगे।
राष्ट्रीय पुलिस मिशन देश के पुलिस बल को आंतरिक सुरक्षा तथा आने वाली शताब्दी की चुनौतियों का सामना करने हेतु एक प्रभावी उपकरण बनाने के लिए कार्यरत है। संगठन इसके लिए आवश्यक सामग्री, बौद्धिक व संगठनात्मक संसाधन प्रदान करने तथा पुलिस के लिए एक नया विजन देने के लिए प्रयासरत है।
अपनी स्थापना से ही राष्ट्रीय पुलिस मिशन पुलिस बलों को सशक्त, दक्ष बनाने, उनमें जवाबदेही और अच्छे प्रदर्शन के लिए प्रेरित करने हेतु प्रयासरत है।
परिणामत: पुलिस बल असंयमित युद्ध, शहरी तथा सामाजिक उथल-पुथल, उग्रवाद व अलगाववाद की चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना कर सकेंगे। पुलिस बल की मानसिकता में बदलाव, महिलाओं के प्रति जिम्मेदारी तथा बेहतर प्रदर्शन हेतु तकनीक के इस्तेमाल के लिए राष्ट्रीय पुलिस मिशन कार्यरत है।