नई दिल्लीः भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा, पीवीएसएम, एवीएसएम,एडीसी बांग्लादेश के निमंत्रण पर अंतरराष्ट्रीय बहुपक्षीय समुद्री खोज और बचाव अभ्यास (आईएमएमएसएआरईएक्स) में भाग लेने 26 से 28 नवंबर, 2017 तक बांग्लादेश की यात्रा करेंगे। इस कार्यक्रम का आयोजन इंडियन ओसिन नावल सिम्पोजियम (आईओएनएस) के तत्वावधान में किया जा रहा है।
आईओएनएस पहल की शुरूआत भारतीय नौसेना द्वारा 2008 में की गई थी जो 23 सदस्य राष्ट्रों और 9 पर्यवेक्षक देशों के साथ एक महत्वपूर्ण संगठन बन गई है। बांग्लादेश आईओएनएस का वर्तमान अध्यक्ष है जो पहली बार आईओएनएस चार्टर के अंतर्गत इस अभ्यास का संचालन कर रहा है। इस अभ्यास का उद्घाटन बांग्लादेश की प्रधानमंत्री 27 नंवबर, 2017 को कॉक्स बाजार में करेंगी। भारतीय वायुसेना के जहाज रणवीर, सहयाद्री, घडि़याल और सुकन्या तथा एक समुद्री निगरानी एयरक्राफ्ट पी-8आई इस अभ्यास में हिस्सा लेंगे। इसके अतिरिक्त 28 नवंबर, 2017 को कॉक्स बाजार में आईओएनएस की एक बैठक होगी जिसमें सदस्य देशों के नौसेना प्रमुख भाग लेंगे। इस बैठक में आईओएनएस के कार्यकारी समूह एचएडीआर द्वारा की गई प्रगति, समुद्री सुरक्षा तथा सूचनाओं के आदान-प्रदान और परस्पर संचालन जैसे विषयों की समीक्षा की जाएगी।
इस यात्रा का उद्देश्य भारत और बांग्लादेश के मध्य द्विपक्षीय नौसेना संबंधों को मजबूत करना तथा नौसेना सहयोग के लिए नये अवसर की तलाश करना है। एडमिरल सुनील लांबा 27 नवंबर, 2017 को बांग्लादेश नौसना के प्रमुख तथा भाग लेने वाली विभिन्न एजेंसियों के प्रमुखों के साथ द्विपक्षीय चर्चा करेंगे।
भारतीय नौसेना बांग्लादेश नौसेना के साथ ‘स्टॉफ टॉक’ तथा अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से नियमित रूप से संपर्क में रहती है। इसके अंतर्गत संचालन संबंधी पोर्ट यात्रा, गलियारा अभ्यास, प्रशिक्षण, जहाज निर्माण सहयोग जैसे आपसी तालमेल के कार्यक्रम भी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त भारतीय सेना के नियमित और सेवानिवृत्त अधिकारी 1971 की ‘लिबरेशन वॉर’ की स्मृति में मनाये जाने वाले ‘विक्ट्री डे’ समारोह में हिस्सा लेते हैं। नौसेना प्रमुख अपनी बांग्लादेश यात्रा के दौरान ‘लिबरेशन वॉर म्युजियम’ के लिए एक ‘वॉर मेमोरिबिलिया’ भी उपहार स्वरूप देंगे।