देहरादून: पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने एहतियात के तौर पर 400 ऐसे एटीएम कार्ड ब्लॉक कर दिए हैं, जिनकी क्लोनिंग होने की आशंका थी। इस बावत संबंधित एटीएम धारकों को सूचित करने के साथ ही उन्हें नए एटीएम कार्ड दिए जा रहे हैं।
बैंक सभी एटीएम की रोजाना सुरक्षा व्यवस्था जांचने के साथ ही ग्राहकों को जागरूक कर रहा है। जिन एटीएम में सुरक्षाकर्मी नहीं है, वहां इनकी तैनाती के लिए डिमांड भेजी जा रही है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की सख्ती के बाद सभी बैंक एटीएम की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने में लगे हैं। पीएनबी ने ऐसे एटीएम कार्ड धारकों को चिह्नित किया है, जिन्होंने एक जुलाई से साइबर ठगी होने वाले दिन तक दूसरे बैंक के एटीएम इस्तेमाल किए। मंडल प्रमुख पीएनबी अनिल खोसला के मुताबिक ऐसे 400 एटीएम कार्ड ब्लॉक किए गए हैं। इन एटीएम कार्ड से फ्रॉड होने की आशंका थी। हेड ऑफिस स्तर पर इन्हें ब्लॉक पर एसएमएस के माध्यम से संबंधित एटीएम धारकों को सूचित किया जा रहा है। ग्राहक अपनी शाखा में जाकर निश्शुल्क नया सिक्योरिटी चिप लगा एटीएम कार्ड प्राप्त कर सकते हैं।
साइबर ठगी मामले में एटीएम की सुरक्षा में कमियां सामने आने के बाद भी बैंक महज खानापूर्ति कर रहे हैं। आरबीआई को रोजाना सिर्फ यह रिपोर्ट भेजी जा रही है कि उनके पास शिकायतें आईं या नहीं। जिन शाखाओं के ग्राहकों के साथ ठगी हुई है, उन शाखाओं पर कैसे सख्ती की जा रही है और सुरक्षा के क्या इंतजाम किए जा रहे हैं, शायद ही किसी बैंक ने आरबीआइ को इसकी जानकारी दी होगी।
वहीं, आरबीआइ ने निर्देश दिए थे कि एटीएम में सुरक्षा के लिए गार्ड की तैनाती के साथ ही मॉनीटङ्क्षरग की जाए। एसबीआई के ज्यादातर एटीएम आउटसोर्स एजेंसी के भरोसे हैं। इनमें गार्ड रखने की जिम्मेदारी किसकी होगी, इसका पता नहीं है।
आरबीआइ कार्यालय देहरादून के एजीएम शरद कुमार के मुताबिक बैंक रोजाना शिकायतों का ब्योरा भेज रहे हैं। अब पुलिस के स्तर पर जांच आगे बढ़ेगी। बैंकों का आउटसोर्स एजेंसियों से जो टाइअप हुआ है, उसमें जो मानक रखे गए थे, उसका अनुपालन हो रहा है या नहीं इसकी समीक्षा करने को कहा गया है। यदि कोई कमी आ रही है तो बैंक आउटसोर्स एजेंसी को निर्देश दें ताकि एटीएम की सुरक्षा हो सके। हमने प्रदेशभर में बैंकों को सुरक्षा इंतजाम पुख्ता करने के निर्देश दिए है।