नई दिल्ली: सूचना और प्रसारण मंत्री श्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि नए भारत की पटकथा लिखने के लिए शासन संचालन में कुछ अवरोधी बदलाव लाए जाने से अक्षमता दूर हुई है, सक्षमता बढ़ी है और इसका लाभ मिल रहा है। सरकार द्वारा शुरू की गयी परिवर्तनकारी पहलों का उद्देश्य परिवर्तन की शुरूआत करना और यथास्थिति को बदलना है ताकि भारत विश्व नेता के रूप में स्थापित हो सके। विमुद्रीकरण का कदम अवरोधी बदलाव का कदम था और उसका लक्ष्य कालाधन, जाली करेंसी और भ्रष्टाचार था। इस कदम ने भारत की आर्थिक प्रणाली को खंगाल दिया और सर्कुलेशन से दागदार करेंसी समाप्त कर दी गयी।
श्री वेंकैया नायडू आज यहां माइंड माइन सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु भी उपस्थित थे।
श्री नायडू ने कहा कि देश को बदलने के लिए परिवर्तनकारी कदम उठाना सरकार के लिए सामान्य बात हो गयी है। उन्होंने इस संबंध में लाल बत्ती के उपयोग पर पाबंदी का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सरकार के दृष्टिकोण से प्रत्येक क्षेत्र में सुधार की प्रक्रिया झलकती है।
साधारणजन के जीवन पर प्रभाव डालने वाली सरकार की विभिन्न पहलुओं की चर्चा करते हुए श्री नायडू ने कहा कि परिवर्तन को टाला नहीं जा सकता। दिखावे के लिए किया गया परिवर्तन लोगों की जिंदगी बदलने में विफल रहेगा। कम नकदी के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करने और डिजिटल भुगतान की ओर बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करने के काम में व्यवहार परिवर्तन और सोच में बदलाव के साथ-साथ संस्थागत व्यवस्था भी आवश्यक है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लॉन्च किया गया भीम ऐप की नवीन विशेषताएं लोगों को नकद का कम इस्तेमाल करने और डिजिटल भुगतान करने में मदद कर रहा है। टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से लोगों को बेहतर शासन मिल रहा है। जनधन, आधार और मोबाइल कनेक्शन को जोड़ने से बिचौलिए को हटाकर लोगों को सीधे सब्सिडी देने से क्रांति हुई है।
श्री नायडू ने कहा कि संसद में ऐतिहासिक रूप से पारित सेवा और वस्तुकर विधेयक देश में अप्रत्यक्ष कर ढांचे को बदल देगा और पूरे देश के लिए एक बाजार बना देगा। इससे वर्तमान जटिल कर प्रशासन में सरलता आएगी। स्वच्छ भारत अभियान को सरकार द्वारा लॉन्च किया गया व्यवहार परिवर्तन का सबसे बड़ा अभियान कहा गया। इसका उद्देश्य स्वच्छ भारत बनाना पुराने व्यवहारों तथा लोगों के सामाजिक आचार-व्यवहार को समाप्त करना है।
5 comments