नई दिल्ली: केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा है कि उनके मंत्रालय ने पर्यावरण सुरक्षा से जुड़े सभी कार्यों को देशभर में एक आंदोलन के रूप में चलाने का फैसला लिया है। आज वन महोत्सव के अवसर पर एक पौधारोपण अभियान का नेतृत्व करते हुए पर्यावरण मंत्री ने उपस्थित लोगों से कहा कि उनका मंत्रालय स्वेच्छा से काम करने वाले बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक के सभी लोगों का एक डाटा बैंक तैयार कर रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों में जागृति फैलाने के लिए इस डाटा बैंक को लोगों के सामने पेश किया जाएगा, ताकि उन्हें पर्यावरण संबंधी मुद्दों पर जागरुक किय जा सके और इस तरह पर्यावरण के प्रति संवेदनशील समाज का निर्माण किया जा सके। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से हम लोगों ने पूर्वजों की बताई बातों पर अधिक ध्यान नहीं दिया, यही वजह है कि जलवायु परिवर्तन और वैश्विक ताप वृद्धि के खतरे पैदा हो गए।
डॉ. हर्षवर्धन ने पर्यावरण सुरक्षा को हमारे डीएनए में शामिल होने की बात दोहराते हुए कहा कि हमारे देश में चीटियों और पक्षियों को खाना खिलाने की परंपरा रही है और इस प्रकार वनस्पतियों और जीवों की सुरक्षा हमारी संस्कृति में शामिल है। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने हमें विरासत के तौर पर शुद्ध पर्यावरण और जीवन के कुछ सिद्धांत दिए थे जिनकी मदद से पर्यावरण को उचित तरीके से बचाया जा सकता है।
मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि मुझे खुशी है कि आज इस पौधारोपण अभियान में विभिन्न संगठनों ने भाग लिया और यह संगठन अपने संबंधित क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण को एक नए आंदोलन के रूप में विकसित करेंगे। उन्होंने कहा कि पौधारोपण का यह अभियान एक सांकेतिक कार्यक्रम है और आने वाले समय में हम कई ऐसे कार्यक्रम बनाएगे जो हमारे पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त रखेंगे।
डॉ. हर्षवर्धन कल दिल्ली में पश्चिम विहार के डिस्ट्रिक्ट पार्क में ऐसा ही पौधारोपण अभियान चलाएगे। दिल्ली में यह पौधारोपण अभियान अगले दो से तीन सप्ताह तक जारी रहेगा।