नई दिल्ली: कर्नाटक में एक जंगली हाथी ने 2001 बैच के आईएफएस अधिकारी श्री मणिकंदन पर हमला कर उन्हें कुचल दिया, जिससे उनकी मृत्यु हो गई। श्री मणिकंदन को श्रद्धांजलि देते हुए केंद्रीय पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि शोकाकुल परिवार के सदस्यों को सांत्वना देने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। स्वर्गीय श्री मणिकंदन की स्मृति में इंदिरा पर्यावरण भवन में एक शोक सभा आयोजित की गई। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि श्री मणिकंदन एक ईमानदार अधिकारी थे और उनका कैरिअर शानदार रहा है।
मंत्रालय के सचिव श्री सी. के. मिश्रा ने कहा कि श्री मणिकंदन की मृत्यु से मंत्रालय ने एक सहकर्मी और मित्र खो दिया है। शोकाकुल परिवार के सदस्यों के प्रति हमारी संवेदना है। वन के महानिदेशक और मंत्रालय के विशेष सचिव डॉ. सिद्धार्थ दास ने श्री मणिकंदन की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया।
इस अवसर पर आईएफएस संघ की तरफ से एक शोक संदेश पढ़ा गया। उनकी स्मृति में 2 मिनट का मौन रखा गया।
एक जंगली हाथी के हमले के कारण 45 वर्षीय आईएफएस अधिकारी की मृत्यु 3 मार्च, 2018 को नागरहोल बाघ अभ्यारण्य में हो गई थी। वह डी. बी. कुप्पे वन क्षेत्र में एक सर्वेक्षण कर रहे थे जब यह हमला हुआ। श्री मणिकंदन वन संरक्षक और नागरहोल बाघ अभ्यारण्य के निदेशक के रूप में अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे थे। श्री मणिकंदन अपने पीछे पत्नी, एक बेटी और एक बेटे को छोड़ गए हैं।