नई दिल्ली: केन्द्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र की राज्य सरकारों के साथ बैठक की और वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया ताकि वायु प्रदूषण को बढ़ने से रोका जा सके। दिल्ली और एनसीआर के राज्यों के मुख्य सचिवों तथा वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए मंत्री महोदय ने कहा कि सर्दियों के दौरान वायु प्रदूषण का कुशल प्रबंधन जरूरी है। उन्होंने इस दिशा में लोगों की भागीदारी पर भी बल दिया और कहा कि इसके बिना वांछित परिणाम हासिल करना मुश्किल होगा। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि साधारण कदमों की बदौलत लम्बी अवधि में प्रदूषण के स्तर को कम करने में काफी मदद मिल सकती है। उन्होंने जैविक ईंधन और फसलों को जलाने से रोकने, फसलों के अवशेष के बेहतर प्रबंधन, धूल भरी सड़को पर पानी के छिड़काव, निर्माण स्थलों पर धूल से बचने, फसलों को जलाने से रोकने, अनाधिकृत भट्ठियों को बंद करने जैसे कदमों को अपनाने की महत्ता को रेखांकित किया।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि हमें केन्द्र सरकार द्वारा निर्देशित लम्बी अवधि की सभी योजनाओं के क्रियान्वयन को सुनिश्चित करना चाहिए ताकि प्रदूषण के विभिन्न स्तरों को कम किया जा सके। उन्होंने राज्यों से विभिन्न स्तरों के प्रदूषणों के आधार पर कार्य करने को कहा ताकि इसे हितधारकों की पूरी भागीदारी के साथ क्रियान्वित किया जा सके। मंत्री महोदय ने सभी राज्यों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि राज्यों में स्थापित किए गए नियंत्रण कक्षों की नियमित बैठकें की जाए। उन्होंने फीफा अंडर-17 विश्वकप 2017 और दिवाली का उल्लेख करते हुए कहा कि मंत्रालय स्वच्छ हवा के लिए पहले ही प्रयास कर रहा है, जिसके तहत बड़ी संख्या में छात्रों द्वारा ‘हरित दिवाली – स्वस्थ दिवाली’ अभियान का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने सभी मुख्य सचिवों से आग्रह किया कि यह सुनिश्चित किया जाए कि ऐसे पटाखे जो मानकों पर खरे नहीं उतरते, उन्हें न बेचा जाए। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि केन्द्र सरकार अगले चार-पांच महीनों में स्वच्छ हवा को सुनिश्चित करने की दिशा में किए जा रहे कार्यों पर नजदीकी से निगरानी रख रही है।
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अध्यक्ष ने कहा कि सीपीसीबी ने कार्यान्वयन की निगरानी के उद्देश्य के लिए 40 टीमों का गठन किया है ताकि गड़बड़ियों के खिलाफ सही कार्यवाही की जा सके।
बैठक में पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री डॉ. महेश शर्मा, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मुख्य सचिव डॉ एम. एम. कुट्टी, सीपीसीबी के अध्यक्ष श्री एस. पी. एस. परिहार, हरियाणा सरकार की अपर मुख्य सचिव श्रीमती धीरा खण्डेलवाल, राजस्थान सरकार में अपर सचिव श्री आर.के. ग्रोवर, पंजाब के मुख्य सचिव (पर्यावरण) के डॉ. रोशन सुनकारिया के साथ राज्य सरकारों, केन्द्र शासित प्रदेशों और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।