नई दिल्ली: पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री अनिल माधव दवे ने पूर्व-2020 कार्यों को पूरा किए जाने की आवश्यकता को रेखांकित किया और सतत खपत और जीवनशैली पर जोर देने समेत जलवायु परिवर्तन के प्रति एक समग्र दृष्टिकोण को अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया। यूके के कारोबार, ऊर्जा, औद्योगिक रणनीति एवं विदेश मंत्री श्री ग्रेग क्लार्क के साथ आज यहां बैठक के दौरान पर्यावरण मंत्री ने भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच जलवायु लचीलेपन पर उप-राज्य स्तर पर सहयोग के लिए जोर दिया। उन्होंने जलवायु परिवर्तन पर यूनाइटेड किंगडम की भूमिका की प्रशंसा की।
दोनों देशों ने जलवायु परिवर्तन समेत पर्यावरण संबंधी मुद्दों पर प्रगति की समीक्षा की। यूके के विदेश मंत्री ने ज्वारीय ऊर्जा और प्रौद्योगिकी मुद्दों पर भविष्य के सहयोग की संभावना पर बल दिया। उन्होंने माराकेच में सीओपी-22 के दौरान लिए गए फैसलों समेत पेरिस समझौते के अनुमोदन और इसके बाद के विकास गतिविधियों में भारत की भूमिका की सराहना की। दोनों देशों ने आशा व्यक्त की कि उनके बीच परस्पर सहयोग और अनुभवों, ज्ञान और प्रौद्योगिकियों का आदान-प्रदान भविष्य में भी जारी रहेगा।
यूके के कारोबार, ऊर्जा, औद्योगिक रणनीति एवं विदेश मंत्री श्री ग्रेग क्लार्क ने इंदिरा पर्यावरण भवन में आज पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) से भेंट की।
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