लखनऊ: बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय पुस्तकालय मिशन, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार एवं राजा राममोहन राय पुस्तकालय प्रतिष्ठान, कलकत्ता के सहयोग से दिनांक-11 सितम्बर 2017 से 15 सितम्बर 2017 तक पुस्तकालय कर्मियों के लिए चलने वाली पांच दिवसीय राष्ट्रीय पुस्तकालय मिशन की पेशेवर क्षमता विकास कार्यक्रम के प्रथम दिन कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि श्री पंकज राग (आईएएस) संयुक्त सचिव, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार एवं विशिष्ट अतिथि डॉ0 अरुण कुमार चक्रवर्ती, महानिदेशक, राजा राममोहन राय पुस्तकालय प्रतिष्ठान, कलकत्ता द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर डॉ० अम्बेडकर एवं डॉ० रंगनाथन जी के चित्र पर माल्यार्पण कर के किया गया|
मुख्य अतिथि श्री पंकज राग ने उद्घाटन सत्र में बोलते हुए कहा कि पुस्तकालय में विशेष रूप से लोगों को जोड़ने के लिए समय-समय पर क्विज प्रतियोगिता करना, डिजिटल रूप में विषय सामग्री उपलब्ध कराना, पुस्तकालय विज्ञान के नामचीन लेखको से वार्तालाप कार्यक्रम करना, लोगों को पुस्तकालय के प्रति आकर्षित करने के लिए नवाचार करना चाहिए|
विशिष्ट अतिथि डॉ0 अरुण कुमार चक्रवर्ती ने कहा कि पुस्तकालय का स्वरुप समय के साथ नए नए तकनिकों का प्रयोग कर के उत्कृष्ठ कार्यों को समाज में लाना होगा, साथ ही साथ आमजन को भी पुस्तकालय से जोड़ने के लिए एक अभियान चलाना होगा|
कार्यक्रम के संयोजक डॉ0 एम०पी० सिंह, विभागाध्यक्ष, पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञानं विभाग, बीबीएयू, लखनऊ ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि पुस्तकालय कर्मियों के लिए चलने वाली पांच दिवसीय राष्ट्रीय पुस्तकालय मिशन की पेशेवर क्षमता विकास कार्यक्रम के बारे में बताया और डिजिटल पुस्तकालय के ऊपर प्रकाश डाला| इस पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन विश्वविद्यालय के एसईएस विल्डिंग के सभागार में किया जा रहा है, कार्यक्रम के संयोजक डॉ0 एम०पी० सिंह ने बताया कि इस तरह की कार्यशाला उत्तर प्रदेश में पहली बार बीबीएयू, लखनऊ में आयोजित की जा रही है, जिसमे देश के कोने-कोने से प्रोफ़ेसर एवं विद्वान हिस्सा ले रहे है इसके साथ ही साथ उत्तर प्रदेश एवं अन्य प्रदेशों के पुस्तकालय विद्वान पांच दिन तक राष्ट्रीय पुस्तकालय मिशन की पेशेवर क्षमता विकास एवं डिजिटल इंडिया पर अपना व्याख्यान देंगे|
कार्यक्रम के संयोजक सचिव डॉ० एस० के० सोनकर ने देश के सभी प्रान्तों से आये हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कार्यक्रम का समापन किया| इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी विभागों के विभागाध्यक्ष सहित शिक्षक गण, शोधार्थी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे|