नई दिल्ली: नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई ) ने वर्ष 2016-17 में 5400 मेगा वाट की वृद्धि कर एक और नया रिकॉर्ड बनाया है। वर्ष 206-17 के दौरान 4000 मेगावाट वृद्धि का लक्ष्य रखा गया था। इस वर्ष पिछले साल हुई 3423 मेगावाट की वृद्धि को पार की लिया गया है।
वर्ष 2016-17 के दौरान पवन ऊर्जा में वृद्धि में आंध्र प्रदेश का 2190 मेगावाट , इसके बाद गुजरात का 1275 मेगावाट और कर्नाटक का 882 मेगावाट का येागदान रहा। इसके साथ ही वर्ष 2016-17 में मध्य प्रदेश, राजस्थान , तमिलनाडु, महाराष्ट्र,तेलांगना और केरल का योगदान क्रमश: 357 मेगावाट, 288 मेगावाट, 262 मेगावाट,118 मेगावाट, 23 मेगावाट और 8 मेगावाट का रहा।
वर्ष 2016-17 के दौरान नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) द्वारा पवन ऊर्जा के क्षेत्र में बोली लगाने की शुरूआत सहित रिपावरिंग नीति , पवन-सौर संकर नीति का मसौदा बनाने, नई पवन ऊर्जा परियोजना लगाने के लिए दिशा निर्देश की नीतिगत पहल की गई।
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