नई दिल्ली: यौन उत्पीड़न के बढ़ने मामलों को देखते हुए बच्चों को स्कूलों में इससे संबंधित जानकारी दी जाती है। कैसे छेड़खानी से बचे और छोड़खानी की स्थिति में क्या करें इस बारे में स्कूलों में वर्कशॉप चलाई जाती है, लेकिन इस वर्कशॉप का एक बच्ची पर ऐसा असर हुआ कि उसने अपने पिता के खिलाफ ही छेड़खानी का मामला दर्ज करवा दिया। बच्ची ने पिता की मार से नाराज होकर बच्ची ने अपने पिता पर छेड़खानी का झूटा मामला दर्ज करवा दिया।
हालांकि छेड़खानी के झूठे केस के बावजूद कोर्ट ने लड़की की तारीफ की। लड़की ने कोर्ट में बताया कि उसके पिता शराब पीकर उसे और उस की मां के साथ मारपीट करते थे। कई बार उसने पिता की इस हरकत को लेकर पुलिस से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने पर उसने पिता पर छेड़खानी का केस दर्ज करवा दिया। लड़की ने खुद स्वीकार लिया कि उसने पिता पर झूठा केस दर्ज करवाया है। उसने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि पुलिस में बार-बार शिकायत के बावजूद पुलिस कोई एक्शन नहीं लिया, जिसके बाद उसने पिता पर झूठा केस दर्ज करवाया।
लड़की ने बताया कि उसके स्कूल में वर्कशॉपके दौरान छेड़छाड़ जैसे अपराध, उसकी सजा के बारे में बताया गया था। उसके बारे में जानकर उसने पिता पर यहीं आरोप लगाया ताकि पुलिस उसे गिरफ्तार कर ले।लड़की के बयान के बाद कोर्ट ने पिता को छेड़छाड़ और पॉक्सो कानून के तहत यौन उत्पीड़न के आरोप से बरी तो कर दिया, लेकिन उसपर पत्नी तथा दो नाबालिग बेटियोंको शराब के नशे में पीटने और धमकी देने का आरोपी माना। कोर्ट ने पिता को अच्छे आचरण रखने पर उसे जमानत तो दे दी, साथ-साथ सख्त हिदायत भी दी है।
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