हल्द्वानी: सीमान्त जनपद पिथौरागढ में हो रही वर्षा के बाद धारचूला के ग्राम ढूगातोली में हुई भारी वारिश के बाद हुये भूस्खलन से हुई तबाही का जायजा लेने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिह रावत तथा वित्तमंत्री श्री प्रकाश पंत सोमवार की दोपहर प्रभावी क्षेत्रो का जायजा लेने रवाना हुये। मुख्यमंत्री श्री रावत कुछ समय के लिए हल्द्वानी स्थित आर्मी हेलीेपेड पर रूके। अल्प विश्राम के बाद उन्होने वित्तमंत्री के साथ पिथौरागढ के प्रभावित क्षेत्रांे का मुआयना करने के लिए रूख किया।
हल्द्वानी अल्प विश्राम के दौरान मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि मौसम की चेतावनी के चलते आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्यो के लिए सरकार पूरी तरह से सजग है। मौसम की चेतावनी के मद्देनजर स्थानीय प्रशासन भी अलर्ट रहता है। इसके चलते बीती रात धारचूला के ग्राम ढूगातोली मंे हुई तबाही में राहत एवं बचाव कार्यो के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ ही एसडीआरफ के जवान मुस्तैदी से कार्य कर रहे है। श्री रावत ने कहा कि सीमान्त जनपद का धारचूला एवं मुनस्यारी इलाका आपदा के मामले मे काफी संवदेनशील है इन क्षेत्रों मे आपदाओं के नियंत्रण एवं भूस्खलन जैसी समस्याओं के स्थायी निराकरण के लिए सचिव आपदा प्रबंधन को कारणों का पता लगाये जाने तथा स्थायी समाधान के लिए कार्य योजना बनाये जाने के निर्देश दिये गये है। भारत सरकार के सहयोग से इन क्षेत्रों में स्थायी समाधान किये जाने की दिशा में प्रदेश सरकार कार्य करेगी।
वित्तमंत्री श्री पंत ने कहा कि विगत देर रात आपदा की जानकारी सरकार को मिल गई थी। स्थानीय प्रशासन एवं एसडीआरएफ के जवानों द्वारा तत्काल राहत कार्य प्रारम्भ कर दिये गये है। घायलो एवं प्रभावित लोगो को सुरक्षित स्थानों पर पहुचाये जाने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। श्री ंपत ने बताया कि मालपा से गाल तक का मार्ग काफी क्षतिग्रस्त हुआ है। लमाडी-चूडी मार्ग मे भी काफी दिक्कत है। इन मार्गो को तत्काल खोले जाने के लिए कार्यवाही किये जाने के आदेश दिये गये है। इसके साथ ही व्यासघाटी मंे पूजा अर्चना करने वाले दर्शनार्थी व अन्य लोगों के भी फंसे होने की जानकारी मिल रही है। इन सभी को सुरक्षित निकाले जाने के लिए हैली सेवाओं की मदद ली जा रही है।