देहरादून: जिलाधिकारी एस.ए मुरूगेशन की अध्यक्षता में कैम्प कार्यालय में पी.सी. पी.एन.डी.टी जिला सलाहकार समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने जिला निगरानी समिति को निर्देश दिये कि वे समय-समय पर अल्ट्रासाउड केन्द्रो का औचक निरीक्षण करने तथा किसी व्यक्ति की गुप्त सूचना पर तत्काल संज्ञान लेते हुए कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
उन्होने समिति को निर्देश दिये है कि भारत सकार के बेटी बचाओं बेटी पढाओं कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद के समस्त ऐसे संस्थानों/केन्दों जहां प्रसव कराये जाने की सुविधा उपलब्ध है, उनके यहंा किये जा रहे प्रसव की माहवार स्पष्ट जानकारी का विवरण अनिवार्य रूप से प्रदर्शित करवाने तथा प्राप्त करने के निर्देश दिये।
बैठक के दौरान नई मशीन क्रय करने के तीन मामले सामने आये जिन पर सहमति व्यक्त की गई। विशेषज्ञ डाक्टरों द्वारा तीन विभिन्न केन्द्रों पर कार्य करने की अनुमति के संदर्भ में समिति द्वारा तीनों डाक्टरों को उनकी योग्यता के आधार पर कार्य करने की स्वीकृति प्रदान की गई। दो अल्ट्रासाउड केन्दों के स्थानान्तर के आवेदनों पर टीम द्वारा पहले केन्दों का निरीक्षण करते हुए तत्स्सम्मत निर्णय लेने के निर्देश दिये। कम्बाइण्ड मेडिकल स्न्स्टीटय्ूट की दो मशीनों को कम्पनी को पुर्नविक्रय करने और नई मशीन क्रय करने की अनुमति दी गई तथा प्रसाद हास्पिटल ऋषिकेश की एक मशीन को पुर्नविक्रय करने तथा नई मशीन क्रय करने की समिति द्वारा स्वीकृति प्रादन की गई।
बैठक में दून नर्सिगहोम निकट सी.एम.आई. की अज्ञात व्यक्ति द्वारा अधिनियम के उल्लंघन के शिकायत के सम्बन्ध में समिति द्वारा नोटिस निर्गत करने तथा आवश्यक कार्यवाही करने, एम्स ऋषिकेश में स्थापित पोर्टेबल मशीन के पंजीकरण की स्वीकृति से पूर्व स्थलीय निरीक्षण करने, हरीश भाटिया दून एम.आर.आई क्रास रोड के ओ0पी.डी. रजिस्टर में कमियंा पाये जाने पर अन्तिम चेतावनी नोटिस निर्गत करने तथा जैन वीडियो आन ब्हील्स की वैधता अवधि समाप्त होने के पश्चात नवीनीकरण न करने तथा रेडियो लौजिस्ट द्वारा त्याग पत्र दिये जाने पर मोबाईल वैन की पोटेबल मशीन को सील करने के निर्देश दिये गये। डा0 निशा गेरा नर्सिगहोम तथा रिचा कालरा आर्शीवाद हास्पिटल में पंजीकृत मशीनों को न्यू एरा कम्पनी को विक्रय करने की सहमति प्रदान की गई। समिति द्वारा 5 केन्दों में इन्स्टाॅल की गई मशीनों को पंजीेकरण में दर्ज करने के सम्बन्ध में तीन केन्दों को स्वीकृति प्रदान की गई तथा 1 केन्द्र का टीम द्वारा निरीक्षण करने और इनमे से डा. संगीता महेश्वरी क्लीनिक इन्दर रोड के ओ.पी.डी. तथा ए.एन.सी. रजिस्टर ठीक से मैनटेन न करने के कारण अन्तिम चेतावनी निर्गत करते हुए आगे से कठोर कार्यवाही करने के जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिये गये।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. वाई.एस. थपलियाल, वरिष्ठ पैथोलोजिस्ट गांधी शताब्दी चिकित्सालय डा. एन.के. मिश्रा, प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी पी.एन.डी.टी. डा. संजीव दत्त, जिला शासकीय अधिवक्ता अपराध जे.पी. रतूडी., जिला समन्वयक पी.सी.पी.एन.डी.टी. ममता बहुगुणा सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।