देहरादून: यातायात पुलिस उपनिरीक्षक अयूब अली एवं कानि0 राजेन्द्र सिहं धामी नैनीताल रोड हल्दानी गश्त में थे, तभी एक रिक्शा चालक इकबाल पुत्र भूराखान ने इन यातायात पुलिस कर्मियों को बताया कि एक व्यक्ति बरसाती नहर के पास एक होटल के नीचे बेहोश पड़ा था और वह उसे अस्पताल ले गया तो अस्पताल वालों ने उक्त व्यक्ति को दाखिल करने से मना कर दिया फिर उस रिक्शा चालक द्वारा जब यातायात पुलिस कर्मियों को देखा तो पूरी घटना को बताते हुए कहा कि साहब इस बुजुर्ग आदमी की मदद आप लोग जरूर करोगें तो यातायात पुलिस कर्मियों द्वारा रिक्शा चालक को कहा कि घबराओं मत हम इस बुजुर्ग आदमी को जरूर एडमिट करायेगें। फिर यातायात पुलिस कर्मी उक्त बेहोश बुजुर्ग व्यक्ति को अस्पताल में ले जाकर एडमिट करवाया और अस्पताल वालों को बताया कि माननीय सुप्रीम न्यायालय के आदेशानुसार किसी भी दुर्घटना के शिकार व्यक्ति को अस्पताल उपचार के लिये मना नहीं कर सकते है अतः आप लोग उक्त व्यक्ति का उपचार करें और भविष्य में भी इसका ध्यान रखेगें। फिर इन यातायात पुलिस कर्मियों द्वारा उक्त व्यक्ति की पहचान करने की कोशिश की गयी जिसमें उक्त व्यक्ति के पास से एक पर्ची में धीरज नाम के व्यक्ति का नम्बर मिला जिस पर सम्पर्क किया गया तो उन्होनें बताया कि वो उनके चाचा हैं जिनका नाम भुवन चन्द्र है जो बांसगांव कठकुड़िया रोड जनपद अल्मोड़ा के रहने वाले है,प्लीज इनका ध्यान रखियेगा। यातायात पुलिस कर्मियों के द्वारा उक्त को कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है हमनें इन्हें एडमिट करवा दिया है। उसके पश्चात सीपीयू कर्मियों के द्वारा रिक्शा चालक को बहुत-बहुत धन्यवाद करते हुए बताया गया कि माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार पुलिस आपसे किसी प्रकार की पूछताछ नहीं करेगी क्योंकि आप किसी की जान बचा रहे हो।
इस घटना को तात्पर्य यह है कि अगर कोई व्यक्ति आपको बेसुध अवस्था या एक्सीडेन्ट की हालात में मिलता है तो आप लोगों को तत्काल उसकी मदद करनी चाहिए,आपको घबराने की जरूरत नहीं है माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार उनसे पुलिस कोई पूछताछ नहीं करेगी। जो भी व्यक्ति इस प्रकार की मदद करता है उसे यातायात निदेशालय द्वारा ट्रैफिक मैन ऑफ द मंथ का खिताब दिया जायेगा और प्रशस्ति पत्र भी दिया जायेगा।
उक्त घटना में जिन यातायात पुलिस कर्मियों द्वारा अच्छा कार्य किया गया है उन्हें श्री केवल खुराना,पुलिस उपमहानिरीक्षक यातायात निदेशालय उत्तराखण्ड, देहरादून द्वारा नगद पुरस्कार की घोषणा की गयी है और साथ ही प्रशस्ति पत्र भी दिया जायेगा और रिक्शा चालक को नगद 500/- ईनाम के साथ प्रशस्ति पत्र भी दिया जायेगा।