नई दिल्लीः केंद्रीय गृह राज्यमंत्री श्री हंसराज गंगाराम अहीर ने कहा है कि प्रशिक्षण और तकनीकी ज्ञान प्रबंधन प्रतिरक्षा क्षेत्र में क्षमता निर्माण के आवश्यक तत्व हैं। उन्होंने सार्वजनिक व निजी क्षेत्रों को देश की सुरक्षा और संरक्षा के लिए साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया। वे आज इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सिक्योरिटी एंड सेफ्टी मैनेजमेंट द्वारा आयोजित 27वें विश्व सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे।
श्री अहीर ने कहा कि प्रतिरक्षा एजेंसियों की प्रशिक्षण कमी को तकनीकी अवसंरचना के बेहतर उपयोग से पूरा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रतिरक्षा क्षेत्र नई चुनौतियों का सामना कर रहा है जिसका मुकाबला बेहतर और कुशल ज्ञान प्रबंधन तकनीकों और उपकरणों के द्वारा किया जा सकता है। डिजिटल अवसंरचना विकास के साथ प्रतिरक्षा क्षेत्र में निगरानी उपकरण, सीसीटीवी कैमरा आदि का उपयोग बढ़ गया है।
मंत्री महोदय ने सार्वजनिक व निजी क्षेत्रों को देश की सुरक्षा और संरक्षा के लिए साथ मिलकर काम करने का आग्रह किया। सुरक्षा व संरक्षा मामलों के लिए बेहतर शिक्षा व प्रशिक्षण व्यवस्था की मांग बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा उपकरणों पर लगने वाले टैक्स से संबंधित सुझावों को जीएसटी परिषद के पास भेज दिया जाएगा।
श्री अहीर ने सभी हितधारकों को इस दो दिवसीय सम्मेलन में अपने महत्वपूर्ण सुझावों को रखने का आग्रह किया। देश का विकास जो जीडीपी में परिलक्षित होता है के लिए उचित सुरक्षा और संरक्षा की आवश्यकता होती है। प्रतिरक्षा उद्योग को शोध व अनुसंधान में अपनी भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सुरक्षा अधिकारियों को शारीरिक रूप से मजबूत होना चाहिए और उनमें प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल का कौशल होना चाहिए।