लखनऊ: प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री, श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने प्रदेश के समस्त अपर निदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि शासन द्वारा सी0एच0सी0, पी0एच0सी0 एवं जिला चिकित्सालयों में अग्निशमन उपकरणों की व्यवस्था, भवन मरम्मत/निर्माण एवं फर्नीचर आदि के लिये आवंटित धनराशि का पारदर्शिता के साथ शत-प्रतिशत उपयोग प्रत्येक दशा में सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि यदि आवंटित धनराशि का व्यय निर्धारित समयावधि में नहीं सुनिश्चित किया जाता है, तो सम्बन्धित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।
उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि समस्त सी0एच0सी0, पी0एच0सी0 एवं जिला चिकित्सालयों में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये, जिससे मरीजों को आसानी से दवायें सुलभ हो सकें और किसी भी मरीज को बाहर से दवा न लेनी पड़े। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम को दृष्टिगत रखते हुये समस्त चिकित्सालयों में पीने के पानी एवं साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था करायी जाय।
श्री सिंह आज योजना भवन में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जनपदों को आवंटित बजट की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने जे0ई0/ए0ई0एस0 की रोकथाम हेतु 02 अप्रैल, 2018 से 16 अप्रैल, 2018 तक आयोजित होने वाले पखवाड़ा कार्यक्रम का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये।
स्वास्थ्य मंत्री द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों की भी समीक्षा की गयी। उन्होंने समस्त मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा आवंटित बजट की भी समीक्षा करते हुये अवशेष धनराशि का वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक उपभोग किये जाने के निर्देश दिये, ताकि जनमानस को इसका लाभ प्राप्त हो सके।
वीडियो कांफ्रेंसिंग में प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री प्रशांत त्रिवेदी, प्रबंध निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन श्री पंकज कुमार एवं महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं श्री पदमाकर सिंह सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।