लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार एवं अपराधमुक्त शासन देना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इसमें सभी का सहयोग होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के साथ-साथ प्रदेश में विकास कार्यक्रमों को गुणवत्ता के साथ धरातल पर लागू करना होगा। इसलिए सभी अधिकारी अपनी कार्यशैली बदलें और सीधे जनता से संवाद स्थापित करें। जनता को न्याय दिलाएं और सरकार की योजनाओं को पात्रों तक पहुंचाना सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री आज जनपद गोण्डा में देवीपाटन मण्डल की कानून व्यवस्था एवं विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों को कानून व्यवस्था के मामले में जीरो टाॅलरेन्स अपनाने के निर्देश दिए। उन्होंने अवैध खनन माफियाओं, खाद्यान्न माफियाओं और वन माफिया के खिलाफ कठोरतम कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब सरकार अधिकारियों को छूट दे रही है, तो अधिकारी माफियाओं के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही करें। उन्होंने बलात्कार, लूट व अन्य जघन्य अपराधों के बारे में पुलिस महानिरीक्षक जोन गोरखपुर से जानकारी ली और अब तक की गई कार्यवाही के बारे में पूछा। उन्होंने पैदल गश्त को और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए।
योगी जी नेे अधिकारियों को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि वे सभी जनप्रतिनिधियों एवं जनता की काॅल हर हाल में रिसीव करें। उन्होंने कहा कि अधिकारी फोन उठाने की आदत डाल लें और त्वरित रिस्पाॅन्स दें। उन्होंने मण्डल में सक्रिय खनन, खाद्यान्न और वन माफिया को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश देते हुए कहा कि आवश्यकता पड़ने पर उनकी प्राॅपर्टी भी कुर्क कराएं। जेलों में निरुद्ध अपराधियों द्वारा जेल कर्मियों से साठगांठ करके जेल से संचालित की जाने वाली आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए जेल कर्मियों को चिन्हित कर कार्यवाही की जाए। साथ ही, जेलों में 4जी या 5जी जैमर लगवाना सुनिश्चित किया जाए और जेलों का औचक निरीक्षण भी किया जाए।
मुख्यमंत्री ने जनता दर्शन में फरियादियों की बढ़ती संख्या पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी बढ़ती संख्या यह दर्शाती है कि अधिकारी जनता की शिकायतों के निस्तारण में रुचि नहीं ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह बात बेहद आपत्तिजनक और गलत है। उन्होंने सभी अधिकारियों को 9 से 11 बजे तक कार्यालय में उपस्थित रहने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि तहसील दिवस एवं थाना दिवस को समाधान दिवस के रूप में प्रभावी बनाएं और फरियादियों से अच्छा व्यवहार करें। फर्जी शिकायतें करने वालों के खिलाफ भी कार्यवाही की जाए तथा यह भी सुनिश्चित किया जाए कि वास्तविक फरियादी को न्याय मिले। ट्रैक्टर-ट्राॅलियों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं के सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि इनमें रेफ्लेक्टर की मौजूदगी हर हाल में सुनिश्चित की जाए, जिससे दुर्घटनाएं कम हों।
योगी जी ने पशु तस्करी पर रोक लगाने हेतु प्रभावी कदम उठाने के निर्देश देते हुए कहा कि पेशेवर अपराधियों को चिन्ह्ति किया जाए और पुरानी हिस्ट्री चेक करके उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जाए। उन्होंने इण्डो-नेपाल सीमा के रास्ते राष्ट्रविरोधी गतिविधियों एवं मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए लगातार निगरानी के निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे मामले पकड़ में आने पर प्रभावी कार्यवाही की जाए।
विद्युतीकरण की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि शहर एवं गांवों में विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए एवं अक्टूबर 2017 तक सभी लक्षित गांवों में विद्युतीकरण कार्य पूरा करा लिए जाए। उन्होंने दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना तथा सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत विद्युतीकरण की रफ्तार बढ़ाने के निर्देश दिए। गेहूं खरीद की समीक्षा करते हुए उन्होंने कड़े निर्देश दिए कि किसानों की उपज का एक-एक दाना क्रय करना सुनिश्चित किया जाए और एक सप्ताह के भीतर किसानों को भुगतान कराया जाए।
सड़कों की स्थिति की समीक्षा करते हुए योगी जी ने कहा कि प्रदेश में देवीपाटन मण्डल की सड़कें सबसे खराब हैं। इसलिए सड़कों के टेण्डर में ब्लैक लिस्टेड फर्मों को टेण्डर कतई न दें। उन्होंने अधिकारियों को आगाह किया कि यदि निर्माण कार्य में औपचारिकता निभाने या गुणवत्ता से समझौते की शिकायतें प्राप्त हुईं, तो विजिलेन्स जांच कराने से सरकार पीछे नहीं हटेगी। सड़कों को लक्षित समय में गड्ढामुक्त करने और गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने सड़कों को गड्ढामुक्त कराने को अभियान के रूप में लिया है, इसलिए सभी सड़कें गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय सीमा के भीतर गड्ढामुक्त करा दी जाएं।
स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी फील्ड में जाएं तथा आंकड़ेबाजी बन्द करके जमीन पर काम करें। उन्होंने एडी हेल्थ को निर्देश दिए कि सभी आयुष चिकित्सकों की तैनाती पी0एच0सी0 पर की जाए तथा अस्पतालों में डाॅक्टरों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। लापरवाह डाॅक्टरों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए। स्वास्थ्य सम्बन्धी कई सवालों के जवाब न दे पाने पर सीएम ने असंतोष व्यक्त करते हुए चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को अगली बार तैयारी के साथ आने के निर्देश दिए।
बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए योगी जी ने स्पष्ट चेतावनी दी कि अध्यापकों के ट्रान्सफर-पोस्टिंग में पैसा लेने की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। इसे तत्काल बन्द कराएं, वरना बी0एस0ए0 सहित सम्बन्धित अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने स्कूलों में अध्यापकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिए। प्राॅक्सी टीचर व्यवस्था समाप्त हो और असली अध्यापक ही स्कूलों में पढ़ाने जाएं इसके लिए स्कूलों में अध्यापकों के बड़े-बड़े फोटो लगवाए जाएं।
पेयजल योजनाओं की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि देवीपाटन मण्डल में कुल 202 पेयजल योजनाएं लम्बित हैं। उन्होंने धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रभारी मंत्रियों एवं जनप्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि वे जिले के अधिशासी अभियन्ताओं के साथ अपने-अपने जनपदों की पेयजल योजनाओं की सूची लेकर निरीक्षण करें और प्रगति की स्थिति की रिपोर्ट सीधे उन्हें (मुख्यमंत्री को) उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए हैण्डपम्पों को रिबोर कराने के भी निर्देश दिए।
स्वच्छता की समीक्षा करते हुए योगी जी ने अधिकारियों से सवाल किया कि गोण्डा सबसे गन्दा क्यों है ? उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि इसके लिए जिम्मेदारों की जवाबदेही तय करें। उन्होंने स्वच्छता के सम्बन्ध में अब तक किए गए प्रयासों के बारे में जानकारी प्राप्त की। नगर पालिका परिषद गोण्डा निरीक्षण के दौरान गन्दगी मिलने पर उन्होंने गहरी नाराजगी व्यक्त की और चेतावनी दी कि सफाई व्यवस्था न सुधरी तो कार्यवाही के लिए तैयार रहें। ओ0डी0एफ0 हेतु जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि 300 गांवों को ओ0डी0एफ0 किया जाना है। आपदा राहत से बचाव हेतु सभी संासदों एवं विधायकों का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि वे सभी अपने-अपने विधान सभा क्षेत्रों में एक-एक फायर गाड़ी उपलब्ध कराएं, जिससे आगजनी की घटनाओं में तत्काल राहत पहुंचाई जा सके।
बाढ़ की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ एवं बचाव कार्य को व्यवसाय न बनाएं। उन्होंने कहा कि बाढ़ एवं बचाव कार्य में व्यापक गड़बड़ियां हुईं हैं। उन्होंने जिलाधिकारी सहित सभी अधिकारियों को स्पष्ट चेतावनी दी है कि जनहानि या धनहानि हुई तो निश्चित ही जिम्मेदारी तय की जाएगी। एल्गिन-चरसड़ी बांध का स्थाई समाधान निकालने तथा बाढ़ बचाव कार्य की तैयारी अभी से शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
खाद्यान्न आपूर्ति की समीक्षा करते हुए योगी जी ने कहा कि गोण्डा खाद्यान्न माफियाओं का केन्द्र बिन्दु रहा है। इसलिए जिलाधिकारी और अन्य अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि राशन की तस्करी कतई न होने पाए और सभी पात्रों को राशन मिले। गन्ना भुगतान की समीक्षा के दौरान ज्ञात हुआ बजाज चीनी मिल द्वारा अब तक किसानों के कई करोड़ गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं किया गया है। इसके लिए एक माह का समय चीनी मिलों को दिया गया है। उन्होंने उप गन्ना आयुक्त देवीपाटन मण्डल को निर्देश दिए कि किसानों के गन्ना भुगतान की डे-टू-डे रिपोर्ट गन्ना मंत्री को उपलब्ध कराएं और एक माह बाद पूरी रिपोर्ट शासन को भेजी जाए।
मण्डलीय समीक्षा बैठक से पूर्व, मुख्यमंत्री ने गोण्डा के जिला अस्पताल एवं नगर पालिका का औचक निरीक्षण किया।
बैठक में समाज कल्याण मंत्री श्री रमापति शास्त्री, सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सुश्री अनुपमा जायसवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।