नई दिल्लीः माननीय प्रधानमंत्री द्वारा 20 नवंबर, 2016 (14 महीने पहले) को आगरा, उत्तरप्रदेश से पीएमएवाई (जी) की शुरूआत की गई थी। इसका लक्ष्य 31 मार्च, 2019 तक एक करोड़ घरों के निर्माण कार्य को पूरा करना है। अभी तक कुछ इंदिरा आवास योजना (आईएवाई) के घरों का निर्माण कार्य पूरा नहीं होने के कारण ग्रामीण विकास विभाग ने 1.02 करोड़ घरों का लक्ष्य तय कर रखा था जिसमें इंदिरा आवास योजना के 2 लाख घरों का निर्माण कार्य भी शामिल है। 2017-18 में 51 लाख घरों तथा 2018-19 में 51 लाख घरों के निर्माण का लक्ष्य था।
वर्ष 2017-18 में रखे गए 51 लाख घरों के निर्माण के लक्ष्य के मुकाबले कुल 34.99 लाख घरों (29.33 लाख पीएमएवाई (जी) घर और आईएवाई के 5.66 लाख अधूरे घर) का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और इसे वेबसाइट www.pmayg.nic.in. पर अपलोड कर दिया गया है। कुल संख्या को रिपोर्ट ए2 में ऑनलाइन जाकर देखा जा सकता है। यह इस वर्ष के लक्ष्य का 68.7 फीसदी है। चूंकि अभी आईएवाई के घरों के निर्माण कार्य अधूरे थे इसलिए उन्हें भी पूरा करना था।
जब पूर्ण घरों के निर्माण कार्य संबंधी जानकारी को वेबसाइट पर अपलोड किया जाता है तो इसमें घरों के निर्माण के फोटोग्राफ, जियोटैगिंग और अन्य जानकारियां भी शामिल रहती हैं। चूंकि अपलोड करने, जियोटैगिंग और खातों को बंद करने में कुछ दिनों का समय लगता है और पूरा होने के बाद यह साइट अपलोड करने में 10 से 15 दिनों का समय लगता है। यही कारण है कि घरों के निर्माण के अंतिम आंकड़े अपलोड किए जाने के बाद समय ले रहे हैं और इसलिए इसमें देरी हो रही है। यह आंकड़े 10 से 15 अप्रैल, 2018 तक साइट पर उपलब्ध होंगे।
विभाग को पीएमएवाई (जी) में प्रदर्शन के आधार पर लक्ष्य के करीब पहुंचने का पूरा भरोसा है। www.pmayg.nic.in पर ए-वन रिपोर्ट में जारी की गई किस्त संबंधी पूरी जानकारी उपलब्ध है। वेबसाइट पर प्रदर्शित की गई वर्तमान स्थिति इस प्रकार है।
सत्यापित खातों के साथ संस्तुति | 68.209 लाख |
पहली किस्त का भुगतान | 60 लाख |
दूसरी किस्त का भुगतान | 47.21 लाख |
तीसरी किस्त का भुगतान | 33.73 लाख |
पूर्ण किया | 29.33 लाख |
ऊपर दी गई जानकारी से स्पष्ट है कि 47.21 लाख से अधिक पीएमएवाई (जी) घरों का निर्माण कार्य पूरा होने की स्थिति पर है। मार्च 2021 तक पीएमएवाई (जी) के 1 करोड़ घरों के निर्माण का कार्य आसानी से पूरा होने की उम्मीद है क्योंकि 60 लाख घरों के लिए पहली किस्त जारी हो चुकी है और कार्य प्रगति पर है तथा 30.06.2018 तक यह पूरा हो जाएगा। विभाग का प्रयास है कि 31.12.2018 तक 1 करोड़ घरों के निर्माण का कार्य पूरा किया जाए जबकि लक्ष्य 31 मार्च, 2019 का है।
हालांकि इस कार्यक्रम में अधिकांश राज्यों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। असम और बिहार में बड़ी संख्या में इंदिरा आवास योजना के निर्माण अभी भी बाकी हैं। असम में एनआरसी की प्रक्रिया जारी थी जहां ब्लॉक प्रशासन पूरी तरह से इसमें शामिल था। बिहार में कई महीनों से रेत की उपलब्धता संबंधी समस्या थी। जबकि इन दोनों राज्यों ने पुराने अधूरे घरों के निर्माण कार्य को पूरा करने में अच्छा प्रदर्शन किया था। पीएमएवाई (जी) में इन राज्यों के प्रदर्शन में सुधार हो रहा है और उम्मीद है कि जल्द ही यह बेहतर प्रदर्शन करने वाले राज्यों के बराबर में आ जाएंगे।
पीएमएवाई (जी) की वेबसाइट (www.pmayg.nic.in) के अनुसार निर्माण कार्य पूरा हो चुके घरों की संख्या रिपोर्ट की संख्या का वर्णन सेक्शन ए2 में वर्षवार देखा जा सकता है जिसमें 2014-15 से 2017-18 तक का वर्णन इस प्रकार है।
वर्ष | पूरा किए गए घरों की संख्या (संख्या लाखों में) |
2014-15 | 11.91 |
2015-16 | 18.23 |
2016-17 | 32.24 |
2017-18
(21 मार्च, 2018 तक) |
34.99
अभी तक अपलोड की गई है। |