नई दिल्लीः प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज पीएमजीएसवाई, आवस, कोयला और विद्युत सहित बुनियादी क्षेत्रों की कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। करीब ढाई घंटे तक चली समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री कार्यालय, नीति आयोग और भारत सरकार के ढांचा विकास संबंधी मंत्रालयों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा दिए गए प्रस्तुतिकरण में यह बात रेखांकित की गई कि कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत लक्षित बस्तियों में से अभी तक करीब 1.45 लाख बस्तियों को सड़क से जोड़ा जा चुका है और इस क्षेत्र में 81 प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि शेष बस्तियों को समयबद्ध तरीके से सड़क से जोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने यह महसूस किया कि इस कार्य के लिए उपलब्ध संसाधनों का वर्षभर अनुकूलतम उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने यह उम्मीद भी जताई कि आम बजट की तारीख अग्रिम किए जाने से कार्य निष्पादन में और सुधार आएगा। प्रधानमंत्री को बताया गया कि मेरी सड़क एप पर प्राप्त शिकायतों का तेजी से निपटारा किया गया है। प्रधानमंत्री ने शिकायतों का विस्तृत विश्लेषण करने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि जहां कहीं आवश्यक हो, सुधार के उपाय किए जा सकें।
ग्राणी क्षेत्रों में 2019 तक एक करोड़ मकान मुहैया कराने के कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि लाभार्थियों के जीवन पर आवास के रचनात्मक प्रभाव का उपयुक्त अध्ययन किया जाना चाहिए और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
कोयला क्षेत्र की समीक्षा करत हुए प्रधानमंत्री ने भूमिगत खनन और कोयला खदानों से निकलने वाली गैस की दिशा में अद्यतन प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के जरिए नवीन प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया। प्रधानमंत्री को ग्रामीण विद्युतीकरण और परिवारों को बिजली उपलब्ध कराने की दिशा में हुई प्रगति से भी अवगत कराया गया।