नई दिल्लीः प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसों के माध्यम से दो महत्वपूर्ण समारोहों को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ग्रेटर नोएडा के गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय युवा समारोह 2018 के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए पीएसएलवी-सी40 के सफल प्रक्षेपण पर इसरो को बधाई देने के द्वारा अपना संबोधन आरंभ किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि अंतरिक्ष में हमारे कदम हमारे नागरिकों की सहायता करेंगे और हमारी विकास यात्रा को आगे बढाएंगे।
उन्होंने 2017 में मन की बात के दौरान अपने संबोधन का स्मरण किया जिसमें उन्होंने जिलों में कृत्रिम संसदों के आयोजन की अपील की थी। उन्होंने कहा कि ऐसे कृत्रिम संसदों के आयोजन से हमारे युवाओं में परिचर्चा की भावना बढ़ेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा जन्म 1947 के बाद हुआ है जिसकी वजह से हमें स्वाधीनता संग्राम में भाग लेने का सम्मान प्राप्त नहीं हो सका। उन्होंने यह भी कहा कि लेकिन हमारे पास उन महान पुरूषों एवं महिलाओँ के सपनों को साकार करने का अवसर है जिन्होंने हमारे स्वाधीनता संग्राम में अपने जीवन को समर्पित कर दिया। श्री नरेन्द्र मोदी ने जोर देकर कहा कि हमें ऐसे भारत का सृजन करना है जिसकी कल्पना हमारे स्वाधीनता सेनानियों ने की थी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम अपने युवकों को रोजगार सृजक बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा युवा बनना चाहिए नवोन्मेषण कर सके। प्रधानमंत्री ने अवलोकन किया कि कुछ लोगों का कहना है कि आज के युवाओं में ‘धैर्य’ नहीं है। तथापि, वह महसूस करते हैं कि एक प्रकार से यह हमारे युवकों में एक नवोन्मेषक उत्साह का सृजन करता है। उन्होंने कहा कि यह हमारे युवकों को कुछ नया सोचने और नया करने में सक्षम बनाता है। प्रधानमंत्री ने युवकों से आग्रह किया कि वह खेलों को अपने जीवन का हिस्सा बना लें।
राष्ट्रीय युवा दिवस से संबंधित समारोह एवं कर्नाटक के बेलागवी में सर्व-धर्म सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने भाई-चारे पर जोर दिया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का विश्वास था कि हमारा कल्याण भारत के विकास में निहित है।
श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पश्चिमी देशों में भारत के खिलाफ काफी प्रचार किया गया था जिसे स्वामी विवेकानंद ने गलत साबित किया। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने सामाजिक बुराईयों के खिलाफ भी आवाज उठाई।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ लोग राष्ट्र को विभाजित करने की कोशिश कर रहे हैं और हमारे देश के युवा ऐसे तत्वों को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे युवाओँ को कभी भी बरगलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि भारत का युवा वर्ग स्वच्छ भारत मिशन को नई ऊँचाइयों पर ले जा रहा है। भारत कई साधु-संयासियों का घर रहा है जिन्होंने समाज की सेवा की और इसे सुधारा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सेवाभाव हमारी संस्कृति का एक हिस्सा है। उन्होंने कहा कि देशभर में कई व्यक्ति और संगठन निःस्वार्थ भाव से समाज की सेवा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने हमारे देश को शौचालय मुक्त बनाने की दिशा में कार्य करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को प्रोत्साहित किया।