लखनऊ: नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान, लखनऊ में प्रदेश के पहले तितली पार्क का उद्घाटन श्री दारा सिंह चैहान, मंत्री वन एवं वन्य जीव विभाग, उत्तर प्रदेष के कर-कमलों द्वारा आज 09 अप्रैल, 2018 को किया गया। इस अवसर पर श्री दारा सिंह चैहान, वन मंत्री उत्तर प्रदेष ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्राणि उद्यान के निदेषक और उनकी पूरी टीम के साथ-साथ वन विभाग के सभी अधिकारी बधाई के पात्र हैं क्योंकि उन्होेंने उत्तर प्रदेष को पहला तितली पार्क दिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति की रूचि ही उसे विषेषज्ञ बनाती है। उन्होंने मो0 अहसन को इस तितली पार्क में सहयोग देने हेतु बधाई दी और कहा कि आपके इस कार्य के लिए विभाग आपको हमेषा सम्मान देगा। तितली हमारे जीवन के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण हंै। इस अवसर पर आई0एस0ओ0 जैसी संस्थान द्वारा प्राणि उद्यान को जो 3-3 सर्टिफिकेट दिये गये हैं, यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। अभी किसी भी प्राणि उद्यान को एक साथ 3 सर्टिफिकेट नहीं मिले हैं। इस हेतु प्राणि उद्यान के अधिकारी एवं कर्मचारी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि देष के पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए तितलियों का होना अत्यन्त आवष्यक है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेष ईको टूरिज्म के क्षेत्र में सबसे आगे होगा।
देष में पहली बार नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान, लखनऊ को 03 आई0एस0ओ0 सर्टिफिकेट भी दिये गये जिसे प्राणि उद्यान की तरफ से श्री दारा सिंह चैहान, मा0 वन मंत्री जी, उत्तर प्रदेष ने प्राप्त किये। ये तीनों ही सर्टिफिकेट प्राणि उद्यान ने अलग-अलग क्षेत्रों में हासिल किये हैं जो कि निम्न प्रकार हैं-
1- एनवायरमेंटल मैनेजमेंट सिस्टम- यह सर्टिफिकेट उद्यान की साफ-सफाई, हरियाली, पर्यावरण को स्वस्थ रखने हेतु किये गये प्रयास आदि के लिए दिया गया।
2- क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम- यह सर्टिफिकेट दर्षकों को दी गयी सुविधाएं जैसे- पीने के पानी की व्यवस्था, पाथ-वे, उनके बैठने हेतु विजिटर शेड आदि के लिए दिया गया।
3- हैल्थ एण्ड सेफ्टी मैनेजमेंट सिस्टम- यह सर्टिफिकेट वन्य जीवों का स्वास्थ्य, कम से कम रिस्क, कम से कम बीमारी, उन्हें प्राकृतिक वातावरण उपलब्ध कराने आदि के क्षेत्र में दिया गया।
इस अवसर पर डा0 रूपक डे, प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष, उत्तर प्रदेष ने स्वागत भाषण में सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि प्राणि उद्यान के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी बधाई के पात्र हैं जिन्होंने उत्तर प्रदेष को पहला तितली पार्क दिया है। उन्होंने कहा कि वास्तव में ये रंग-बिरंगी तितलियाॅं सभी को अपनी ओर आकर्षित करती हैं।
श्री एस0के0 उपाध्याय, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्य जीव, उत्तर प्रदेष ने अपने परिचयात्मक भाषण का उद्बोधन करते हुए कहा कि यह तितली पार्क 02 एकड़ के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। इस तितली पार्क में 40 से अधिक प्रजाति की तितलियाॅं हैं एवं 80-100 प्रजातियांे के होस्ट प्लान्ट रोपित किये गये हैं। उन्होंने कहा कि यदि तितलियाॅं न होती तो जीवन कितना नीरस हो जाता। आने वाले समय में लखनऊ के व्यक्ति एवं बच्चे जब प्राणि उद्यान-तितली पार्क आयेंगे तो उन्हें एक सुखद अहसास होगा एवं वे तितलियांे के विषय में भी जानकारी पा सकेंगे। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में तितली पार्क में एक इन्टर पिटेषन सेन्टर भी बनाया जायेगा। इस तितली पार्क के सुन्दर एवं आकर्षक बनाने में मो0 अहसन, पूर्व मुख्य वन संरक्षक, उत्तर प्रदेष के सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर मो0 अहसन, पूर्व मुख्य वन संरक्षक, उत्तर प्रदेष ने कहा कि प्रदेष के पहले तितली पार्क का उद्घाटन करने के लिए वे वन मंत्री जी को धन्यवाद एवं बधाई देते हैं। उन्होंने कहा कि तितलियों का एक अद्भुत संसार है। पूरे विष्व मंे तितलियों की 2000 प्रजातियाॅं पायी जाती हैं जिसमें 1500 से अधिक प्रजातियाॅं भारतवर्ष में पायी जाती हैं। केवल पष्चिम क्षेत्र मंे ही 45 प्रजातियाॅं पायी जाती हैं। उन्हांेने बताया कि तितलियांे का औसत जीवनकाल केवल 30 दिन का होता है। कुछ तितलियाॅं 6-7 दिन तक ही जीवित रहती हैं। कुछ तितलियों के पंख केवल 3-4 सेमी0 के होते हैं जो हमें दिखायी भी नहीं देते। अन्त में उन्होंने आये हुए स्कूली छात्राओं को तितली पर एक कविता भी सुनायी।
इस अवसर पर डा0 रूपक डे, प्रधान मुख्य वन संरक्षक और विभागाध्यक्ष, उत्तर प्रदेष, श्री एस0के0 उपाध्याय, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्य जीव, उत्तर प्रदेष, श्री एस0के0 शर्मा, प्रबन्ध निदेषक, उत्तर प्रदेष वन निगम, श्री संजय सिंह, सचिव वन, उत्तर प्रदेष शासन, मो0 अहसन, पूर्व मुख्य वन संरक्षक, उत्तर प्रदेष श्री आर0के0 सिंह, निदेषक, नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान, लखनऊ, श्री उत्कर्ष शुक्ला, उप निदेषक, नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान, लखनऊ, श्री पियूष मोहन श्रीवास्तव, क्षेत्रीय वन अधिकारी, नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान, लखनऊ, के साथ-साथ वन विभाग एवं प्राणि उद्यान के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे।