लखनऊ: 9-11 अगस्त को गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में हुई घटना में कई मासूम बच्चों की मौत हो गई थी. एक महीने के भीतर इस वीभत्स घटना को फर्रुखाबाद में दोहराया गया है. मी़डिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फर्रुखाबाद के राममनोहर राममनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय के एसएनसीयू वार्ड में 49 बच्चों की मौत आक्सीजन न मिलने और इलाज में लापरवाही से से हुई. बताया जा रहा है कि यह मौतें 21 जुलाई से 20 अगस्त के बीच हुईं. सिटी मजिस्ट्रेट की जांच में खुलासा होने पर रविवार को डाक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई.
इससे पहले डीएम ने अस्पताल से एक माह में मरने वाले बच्चों की सूची मांगी थी, अस्पताल से तीस बच्चों की मिली तो प्रशासन हरकत में आया. सिटी मजिस्ट्रेट ने जांच की तो भारी लापरवाही पाई गई. सिटी मजिस्ट्रेट जैनेंद्र कुमार ने एफआईआर में कहा कि सीएमओ और सीएमएस ने आदेशों की अवहेलना की है.
30 अगस्त को जिलाधिकारी ने एसएनसीयू वार्ड का निरीक्षण कर शिशुओं के बारे में जानकारी ली थी. उन्हें बताया गया कि 20 जुलाई से 20 अगस्त के बीच कई शिशुओं की मौत बीमारी के चलते हुई, जबकि शिशुओं के परिवारीजनों ने ऑक्सीजन न मिलने और इलाज में लापरवाही से बच्चों की मौत होने का आरोप लगाया था. डीएम के आदेश पर सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम सदर, तहसीलदार सदर की टीम ने पूरे मामले की जांच की.
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