नई दिल्लीः सूचना और प्रसारण तथा वस्त्र मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन इरानी ने कहा है कि भारत उत्सव, समारोहों, सक्रिय युवाओं और कहानियों की भूमि है जहां 1600 बोलियों में कहानियां कही जाती हैं। सूचना और प्रसारण मंत्री गोवा में 48वें भारत अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहीं थीं।
श्रीमती स्मृति जुबिन इरानी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह के माध्यम से भारत सरकार का प्रयास कहानियों की धरती भारत में फिल्मकारों को आमंत्रित करना है। आईएफएफआई की भूमिका के बारे में उन्होंने कहा कि यह समारोह फिल्म प्रेमियों के लिए भारतीय फिल्म उद्योग के बड़े और चमकीले सितारों से मिलाने में सहायक होगा।
गोवा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर पार्रिकर ने समारोह में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि गोवा 2019 में 50वें आईएफएफआई की मेजबानी भव्यता के साथ करेगा। उन्होंने कहा कि गोवा में पिछले कुछ वर्षों में अच्छी फिल्म की संस्कृति विकसित हुई है और राज्य सरकार गोवा में फिल्म उद्योग को आगे विकसित करने का काम जारी रखेगी।
इससे पहले जाने-माने अभिनेता शाहरुख खान ने फिल्मकारों और प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि फिल्म प्रेम के लिए होती है एक विचार को वास्तविकता में बदलने में सैकड़ों लोग मिल कर काम करते हैं। उन्होंने कहा कि कहानी को कहने वाले और कहानी को सुनने वाले एक परिवार की तरह होते हैं और कहानियों में एक-दूसरे को साथ में बांधने की शक्ति होती है।
आईएफएफआई 2017 के उद्घाटन समारोह का संचालन राजकुमार राव और राधिका आप्टे ने किया। इस अवसर पर जानी-मानी फिल्म हस्तियां ए. आर रहमान, श्रीदेवी, नाना पाटेकर तथा शाहिद कपूर उपस्थित थे। उद्घाटन समारोह में भारत का ढोल कार्यक्रम हुआ। इसमें देशभर के ढोल बजाए गए। विजुअल कार्यक्रम उत्सव में भारतीय संस्कृति की विविधता दिखाई गई।
48वें आईएफएफआई में हाल के श्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय सिनेमा दिखाया जाएगा। इसमें रिट्रोस्पेक्टिव, ब्रिक्स पुरस्कार विजेता फिल्में, श्रद्धांजलि और पिछले वर्ष के श्रेष्ठ भारतीय सिनेमा प्रोडक्शन को दिखाने वाला भारतीय पैनोरमा वर्ग है जिसका उद्देश्य युवा सृजनकारी मस्तिष्क को संवाद और विचार अभिव्यक्ति और सीखने का मंच प्रदान करना है।
आईएफएफआई 2017 में 82 देशों से 195 फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा जिनमें से 10 विश्व प्रीमियर, 10 एशियाई और अंतर्राष्ट्रीय प्रीमियर और 64 से अधिक भारतीय प्रीमियर होंगे। आईएफएफआई 2017 के अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धा वर्ग में स्वर्ण और रजत मयूर पुरस्कारों के लिए 15 फिल्मों की प्रतियोगिता होगी। अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता ज्यूरी का नेतृत्व प्रसिद्ध फिल्म निर्माता मुजफ्फर अली करेंगे और अन्य जूरी सदस्यों में ऑस्ट्रेलिया से मैक्सिन विलियमसन, इजरायल के अभिनेता-निर्देशक तज़ही ग्रैड, रूसी सिनेमैटोग्राफर व्लादिस्लाव ओपेलियंट्स, ब्रिटेन के निदेशक और प्रोडक्शन डिजाइनर रोजर क्रिश्चियन शामिल हैं।
आईएफएफआई 2017 भी उद्घाटन के साथ-साथ समापन फिल्मों में मजबूत अंतर्राष्ट्रीय संबंध के साथ भारत-केंद्रित परियोजनाओं को भी दिखाया जाएगा। भारत में निर्मित ईरानी मास्टर माजिद माजीदी की पहली फिल्म “बियोन्ड द क्लाउड्स” और पाब्लो सीजर की इंडो-अर्जेंटीना का सह-प्रोडक्शन “थिंकिंग ऑफ हिम” उद्घाटन और समापन अवसर पर प्रदर्शित की जायेंगी। यह गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के जीवन के एक प्रसंग पर है।
देश में अपनी तरह का पहला आईएफएफआई 2017 में जेम्स बॉन्ड फिल्मों का एक विशेष रूप से क्यूरेटिड वर्ग तैयार किया गया है। जेम्स बॉन्ड की 9 विशेष फिल्मों के साथ 1962 से 2012 तक जेम्स बॉन्ड के चरित्र को निभाने वाले अभिनेताओं को दिखाया जाएगा। इसके अलावा, आईएफएफआई 2017 में टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल द्वारा क्यूरेटिड कनाडा पर विशेष निर्माण पर फोकस किया जाएगा।
48 वें आईएफएफआई में श्रद्धांजलि प्रस्तुतियों में दिवंगत अभिनेताओं ओम पुरी, विनोद खन्ना, टॉम अल्टर, रीमा लागू, जयललिता, निर्देशक अब्दुल माजिद, कुंदन शाह, दसरी नारायण राव और चलचित्रकार रामानंद सेनगुप्ता को श्रद्धांजलि दी जायेगी।
आईएफएफआई 2017 में ब्रिक्स फिल्म पैकेज के हिस्से के रूप में ब्रिक्स क्षेत्र की 7 पुरस्कार विजेता फिल्मों को विशेष रूप क्यूरेटिड कर प्रस्तुत किया जाएगा। आईएफएफआई 2017 में सुगम्य भारत, सुगम्य सिनेमा खंड में दृष्टि से विकलांग लोगों के लिए 2 ऑडियो-वर्णित कार्यों का प्रदर्शन किया ताकि भारत सरकार के ‘सुगम्य भारत अभियान’ के लिए समर्थन जारी रखा जा सके।
48 वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, 2017 में भारतीय पैनोरमा में फ़ीचर और गैर-फीचर फिल्मों को आगे भी प्रदर्शित किया जाएगा। भारतीय पैनोरोमा के फीचर फिल्म वर्ग की उद्घाटन फिल्म विनोद कापड़ी निर्देशित पीहु होगी। भारतीय पैनोरमा का गैर-फीचर फिल्म वर्ग पुष्कर पुराण है जो कमल स्वरूप द्वारा निर्देशित किया गया है। यह पूरे देश के नए भारतीय सिनेमा को प्रदर्शित करेगा।