मुंबई: राम चरण और काजल अग्रवाल अभिनीत तेलगू फिल्म ‘मागाधीरा’ के निर्माताओं ने बॉलीवुड फिल्म ‘राब्ता’ के निमार्ताओं के खिलाफ साहित्यिक चोरी के केस को वापस ले लिया है. मामले की सुनवाई के दौरान दोनों फिल्मों की पटकथा और कहानी में कई अंतरों का खुलासा हुआ.
राब्ता के निर्देशक दिनेश विजान ने बताया, “हमने हमारे मामले को माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया कि कैसे फिल्मों में समानता नहीं है. इसके बाद गुरुवार सुबह मागाधीरा के निमार्ताओं ने अपना केस वापस ले लिया.”
‘राब्ता’ के निमार्ताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले वकीलों ने बुधवार को अदालत में तर्क दिया कि इसके प्रमुख पात्रों की पृष्ठभूमि, कहानी के विकास, खलनायक की भूमिका, विदेशी स्थानों और फिल्म का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा क्लाइमैक्स पूरी तरह और भौतिक रूप से ‘मागाधीरा’ से अलग है.
‘राब्ता’ में कृति सैनन और सुशांत राजपूत प्रमुख किरदार में हैं. यह शुक्रवार को रिलीज हो रही है. ‘मागाधीरा’ का निर्माण एस.एस राजामौली ने किया था, जो 2009 में रिलीज हुई थी.