फुटबॉल जगत की बादशाहत फिलहाल जर्मनी के नाम है। 2014 विश्व कप जीतने के बाद टीम के कई सीनियर खिलाड़ियों ने संन्यास ले लिया था लेकिन युवाओं ने देश का झंडा बुलंद किया हुआ है। अंडर 21 के यूरोपियन चैंपियनशिप जीतने के दो दिन बाद युवाओं की नई टीम ने पहली बार कन्फेडरेशन कप अपने नाम किया। टीम के कई सीनियर और दिग्गज खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में नहीं खेले थे जिसनें मुलर ऑजिल जैसे खिलाड़ी भी शामिल हैं। रूस में अगले साल होने वाले विश्व कप से पहले जर्मनी ने चिली को 1-0 से हराकर कन्फेडरेशन कप अपने नाम किया। मार्सेलो डियाज की चूक के बाद लार्स स्टिंडल के आसानी से किये गये गोल की बदौलत बदौलत जर्मनी को जीत मिली।
डियाज की कल रात खेले गये मैच में एक छोटी सी चूक चिली को भारी पड़ गयी। उन्होंने गेंद पर झपटने में थोड़ी देरी लगायी और तब तक टिमो वर्नर ने उनसे गेंद छीन ली। उन्होंने स्टिंडल की तरफ गेंद बढ़ायी जिनके सामने तब कोई भी रक्षक या गोलकीपर नहीं था। इस तरह से जर्मनी ने खेल के 20वें मिनट में बढ़त हासिल की और उसे आखिर तक बरकरार रखकर मैच जीता।
टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने जाने पर गोल्डन बॉल हासिल करने वाले जर्मन कप्तान जूलियन ड्रैक्सलर ने कहा, अविश्वसनीय। हमने अच्छी तरह मुकाबला किया और इस जीत के हकदार थे। हम इस टूर्नामेंट से पहले साथ में नहीं खेले थे जिससे यह जीत और महत्वपूर्ण बन जाती है। उन्होंने कहा, हर चीज महत्वपूर्ण है लेकिन इस युवा टीम के लिये यह खास है। अब हम छुट्टियों पर जा सकते हैं और यहां तक कि ट्रॉफी भी अपने साथ ले जा सकते हैं। यह पहला अवसर है जबकि मौजूदा विश्व चैंपियन जर्मनी ने कन्फेडरेशन कप जीता।
टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर चुने गये चिली के कप्तान क्लाउडियो ब्रावो ने कहा, दोनों टीमों में बहुत अधिक अंतर नहीं था। हमें दुख है कि हम जीत नहीं पाये लेकिन हम एक विश्वस्तरीय टीम के खिलाफ खेले और हमें अपनी गलतियों से सबक लेना होगा।