जर्मन फुटबॉल टीम के मजबूत डिफेंडर एंटोनियो रूडीजर को चेल्सी ने 34 मिलियन पौंड में खरीदा है। एंटोनियो रोमा का वो डिफेंडर है, जिसने सिर्फ मैदान पर ही नहीं बल्कि बाहरी जिंदगी में भी बहुत सारी मुश्किलों को डिफेंड किया। लेकिन इस बार उन्होंने प्रोफेशनल फ्रंट पर बड़ी ‘स्ट्राइक’ की है।
कहानी पूरी फिल्मी है
इस दमदार डिफेंडर की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं। बात साल 1991 की है जब अफ्रीकी महादेश के एक छोटे से देश सिएरा लियॉन में गृहयुद्ध की गिरफ्त में था। कई सारे लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी तो कई सारे लोगों ने अपनी जान बचाने के लिए दूसरे देश का सहारा लिया। पलायन करने वाले लोगों में इस डिफेंडर की मां भी थी, जिसने बाद में जाकर जर्मनी में घर बसाया। 3 मार्च 1994 को बर्लिन में जन्मे इस डिफेंडर का नाम एंटोनियो रूडीजर था, जो बाद में चलकर जर्मनी फुटबॉल टीम का वो मजबूत स्तंभ बना, जिसे भेद पाना विरोधी टीम के खिलाड़ियों के लिए बहुत मुश्किल काम था।
शुरुआती दौर
शुरुआती दौर में रुडीजर कई छोटे क्लबों के लिए खेला लेकिन असली पहचान उन्हें स्टुटगार्ट क्लब से मिली। तकरीबन छह फीट तीन इंच लम्बे रूडीजर ने जनवरी 2012 में बुंडेसलिगा में अपना पहला मैच खेला और रोमा में जाने से पहले स्टुटगार्ट क्लब के लिए कुल 66 मैच खेले। 2015 -2016 के चैंपियंस लीग में रुडीजर रोमा के लिए छह मैच खेले और रोमा को अंतिम 16 में जगह भी दिलवाई। अभी तक रुडीजर जर्मनी नेशनल टीम के लिए 17 मैच खेल चुके हैं और पिछले सप्ताह फीफा कॉन्फेडरेशन कप जीतने वाली जर्मनी टीम के अहम हिस्सा भी थे।
खट्टा-मीठा अनुभव
लेकिन रुडीजर के ज़िंदगी में वो दौर भी आया जब विरोधी टीम के खिलाड़ियों ने उनपर नस्लीय टिप्पणी भी की। बात चार दिसंबर 2016 की है, रोमा और लाजिओ के बीच मैच खेला गया था जिसमें रोमा ने लाजिओ को 2-0 से मात दी। मैच के बाद विरोधी टीम के सेनाडल्यूलिक ने कमेंट किया “रुडीजर मैच से पहले हम लोगों को उकसा रहे थे। दो साल पहले स्टुटगार्ट में बेल्ट और मोजे बेचने वाले आज इस तरह से खुद को पेश कर रहा है जैसे वो अद्भुत हो।”
हालांकि इस के बाद ल्यूलिक पर एक मैच का बैन भी लगा। रुडीजर का कहना है “मैं ठेठ जर्मन नहीं हूं जैसा कि आप देख सकते हैं, मैं काला हूँ। लेकिन मेरे लिए रंग कभी चिंता का विषय नहीं रहा, ये मुझे साथी खिलाड़ियों से अलग बनाता है।” बहरहाल आर्सेनल और फ्रांस के दिग्गज फुटबॉलर थिएरी हेनरी को अपना आदर्श मानने वाले रुडीजर को अब चेल्सी मोटी रकम में अपने साथ जोड़ चुका है। वो दो नंबर की जर्सी को पहनकर खेलते हुए नजर आएंगे। लेकिन जिस तरह से एंटोनियो रूडीजर ने हौसला कायम रखते हुए मैदान के साथ-साथ बाहरी जिंदगी में भी मुश्किलों का सामना किया, वो यकीनन काबिल-ए-तारीफ है।