पिथौरागढ़: जिले में बेरीनाग तहसील के ऐराड़ी गांव में तेंदुए ने एक महिला पर हमला कर दिया। हमले के दौरान साहस दिखाते हुए महिला भी उससे भिड़ गई और तेंदुए को भागने के लिए मजबूर कर दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार ऐराड़ी गांव की महिला हेमा देवी गांव के पास के जंगल में जानवरों को चरा रही थी। तभी पीछे से तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले में एक बारगी हेमा देवी घबरा गई, लेकिन फिर किसी तरह साहस बटोरा और तेंदुए से भिड़ गई। यह सब गांव के पास हो रहा था, लेकिन गांव के लोग घर के कार्यों में व्यस्त थे। किसी की नजर हेमा और तेंदुए तक नहीं गई। हेमा के सामने अपने प्राण बचाने की चुनौती थी तो प्राण बचाने के लिए तेंदुए से उसकी करीब दस मिनट तक गुत्थम गुत्था होती रही । इस दौरान तेंदुए ने हेमा के हाथ, कमर और गर्दन पर पंजे मारे। हेमा की चीख जब अधिक तेज हुई तो गांव की महिलाओं का ध्यान गया और पास जाकर नजारा देखा तो भय से सभी के पैरों तले जमीन खिसक गई। महिलाओं के हो हल्ला मचाने और पत्थर फेंकने पर तेंदुआ हेमा को छोड़ कर जंगल की तरफ भाग गया। घायल महिला को गांव के नैन सिंह, कमला देवी, कला देवी, आनंद सिंह आदि की मदद से 108 चिकित्सा वाहन से पीएचसी बेरीनाग लाया गया। जहां पर हेमा देवी को प्राथमिक उपचार दिया गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हेमा पर हमले के बाद तेंदुए ने गांव के हयात सिंह पर भी झपटा मारा। हयात सिंह ने भाग कर जान बचाई। बाद में तेंदुआ गांव के पास एक चट्टान पर बैठ गया। इस दौरान उसकी फोटो खीचने के लिए गांव का एक युवक जब पेड़ पर चढ़ने लगा तो तेंदुए ने छलांग लगाकर युवक का पैर खींच कर नीचे गिरा दिया। हालांकि उसने उस पर दोबारा हमला नहीं किया। ग्रामीणों की सूचना पर वन क्षेत्राधिकारी एनपी ग्वासीकोटी वन कर्मियो के साथ ऐराड़ी गांव पहुंच चुके हैं। तेंदुए को पकड़ने के लिए पिथौरागढ़ से ट्रेकुलाइजर गन मंगाई गई है। गांव के पास चट्टान पर तेंदुए के बैठे होने से गांव में दहशत बनी है। ग्रामीण घरों मे दुबके हैं और तेंदुए के पकड़े जाने का इंतजार कर रहे हैं।