वृंदावन। बांग्लादेश में हो रहे हिन्दुओं पर अत्याचार को लेकर वृंदावन धाम के संतों में आक्रोश मुखर हो गया। भागवत निवास में हुई संतों की बैठक में संतो ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव को ज्ञापन भेजने का प्रस्ताव पारित किया और कहा कि अभी संत ओर श्री कृष्ण
जन्मभूमि मुक्ति न्यास इस संकट की घड़ी में बांग्लादेश के हिन्दुओं के साथ खड़ा हुआ है।
संतो ने बांग्लादेश में मुस्लिमों की यातनाएं झेल रहे सभी हिन्दुओं को वहीं सुरक्षित करने की मांग की गई।
संतो ने कहा कि आज हिंदू खतरे में है। सनातन संस्कृति पर लगातार एक के बाद एक हमले किए जा रहे हैं। विद्रोह के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं को मुस्लिम निशाना बना रहे हैं। मंदिरों को तोड़ा जा रहा है। घरों को लूटा जा रहा है। केंद्र सरकार उनकी मदद के लिए लगातार प्रयास कर रही है। सरकार को इन प्रयास और तेज तेज करने की मांग करते हुए संतों ने कहा कि इस घटना से हिन्दुओं को सबक सिखाना होगा और एकजुट होकर अपने धर्म ओर संस्कृति की रक्षा के लिए आगे आना होगा। संतों ने कहा कि वक्त की भी यही पुकार भी है।
फूलडोल दास महाराज कहा, वृंदावन के संत बांग्लादेश के हिन्दुओं की था, तन मन धन से रक्षा के लिए खड़े हैं। उनको हिम्मत नहीं हारनी है और मदद मिलने तक एकजुट होकर हमलावर मुस्लिमों का डटकर मुकाबला करना चाहिए।
कृष्णा नंद महाराज ने भी उनकी बात का समर्थन किया और कहा कि हम उनके साथ है। स्वामी गोविंदा नंद तीर्थ महाराज ने कहा कि संकट की घड़ी में वृंदावन के संत बांग्लादेश के हिन्दुओं के साथ में खड़े हुए हैं। वहीं चित प्रकाशा नंद महाराज ने कहा कि तन मन धन से उनका साथ दिया जाएगा।
आदित्या नन्द महाराज ने कहा कि अब हम को हिंदुओं को जागरूक करना होगा। बैठक का संचालन कर रहे श्री कृष्ण जन्म भूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष महेन्द्र प्रताप सिंह ने बांग्लादेश के हिन्दुओं की सुरक्षा के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव को ज्ञापन भेजने का प्रस्ताव रखा, जिसे सभी संतो ने पारित कर दिया। महेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि विश्व में कहीं भी हिन्दुओं पर कोई भी संकट आया तो वृंदावन धाम के संत और न उनके साथ भी सदैव खड़ा रहेगा। उन्होंने ने श्री कृष्ण जन्म भूमि विवाद को लेकर न्यायालय में हुई कार्यवाही से भी संतों को अवगत कराया। इस संतों ने अब आगामी रणनीति बनाने की भी बात कही। महेन्द्र प्रताप सिंह ने साथ ही बांग्लादेश के संतों की भी विडियो कॉल से स्थानीय संतों से वार्ता कराई। धन्यवाद ज्ञापन संत जुगल बाबा ने किया। श्री कृष्ण जन्म भूमि मुक्ति न्यास के बैनर तले आयोजित बैठक में बड़ी संख्या में संत शामिल हुए।
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