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बांदा के जिला अस्पताल में मरीज से कुशलक्षेम पुछते हुए: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

बांदा के जिला अस्पताल में मरीज से कुशलक्षेम पुछते हुए: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने बुन्देलखण्ड क्षेत्र में अधिक से अधिक जल संचयन के लिए चैकडैम निर्माण तथा खेत तालाब योजना को प्राथमिकता से लागू करने के निर्देश दिए हैं, ताकि आगामी वर्षाें में इस क्षेत्र के लोगों को पेयजल की समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा है कि इस कार्य में जनप्रतिनिधियों तथा जनता की अधिक से अधिक सहभागिता सुनिश्चित की जाए, जिससे यह कार्य प्रभावी ढंग से हो सके।

मुख्यमंत्री जी ने यह निर्देश आज चित्रकूटधाम मण्डल के विकास कार्यों एवं कानून-व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कलेक्टेªट सभागार बांदा में सम्पन्न बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में एक्सपे्रस-वे का निर्माण कराया जायेगा, जिससे यह पूरा इलाका विकास की मुख्य धारा में सम्मिलित हो सके।

योगी जी ने कहा कि स्वच्छता अभियान को भी जनसहभागिता से लागू किया जाय तथा जिन गांवों में गरीब व्यक्तियों के यहां शौचालय नहीं है वहां शौचालय का निर्माण सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने 31 दिसम्बर, 2017 तक बुन्देलखण्ड के समस्त जनपदों को खुले में शौच मुक्त (ओ0डी0एफ0) घोषित करने के लिए जन जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिये। पेयजल समस्या से निपटने के लिए लागू अमृत योजना के सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि यह योजना अभी केवल बांदा जनपद में ही क्रियान्वित हो रही है। उन्होंने निर्देश दिये कि इस योजना को हमीरपुर, महोबा तथा चित्रकूट जनपदों में लागू करने के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा जाए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र के बांदा सहित अन्य सभी जिलों मंे ब्लड बैंक संचालित किए जाएं तथा स्वास्थ्य विभाग की सभी योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। विशेषज्ञ डाॅक्टरों की सूची तैयार की जाए तथा सरकारी अस्पतालों में दो पालियों में उनकी ड्यूटी लगायी जाए, जिससे अधिक से अधिक लोगों को उनकी सेवाओं का लाभ प्राप्त हो सके। उन्हांेने कहा कि चिकित्सालयों/सी0एच0सी0/पी0एच0सी0 में डाॅक्टरों की उपस्थिति के साथ-साथ जेनेरिक दवाओं की उपलब्धता भी हर हाल में सुनिश्चित करायी जाए।

योगी जी ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि समय-समय पर वे प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों सहित जिला चिकित्सालयों का निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि 15 जून, 2017 तक सभी सड़कें गड्ढामुक्त की जाएं। इस अवधि के बाद जो सड़कें गड्ढामुक्त नहीं होंगी, उनसे सम्बन्धित अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।

गेहूं क्रय की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि किसानों को शासन द्वारा घोषित पूरा समर्थन मूल्य दिलाना सुनिश्चित किया जाए। यदि किसी क्रय केन्द्र पर गरीब किसान का हक मारा गया तो सम्बन्धित क्रय केन्द्र प्रभारी के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि 15 जून, 2017 तक किसानों से गेहूं की खरीद की जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के भौतिक लक्ष्यों के अनुसार लाभान्वित होने वाले किसानों की सूची जनप्रतिनिधियों को उपलब्ध करायी जाए, ताकि वे मौके पर वास्तविकता का पता लगा सकें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित में कार्य कर रही है और उनका शोषण कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसानों के हितों की अनदेखी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि तहसील दिवस को सम्पूर्ण समाधान दिवस के रूप में आयोजित किया जाए। तहसील दिवस में जनसामान्य को लोक कल्याण से सम्बन्धित योजनाओं की जानकारी भी दी जाए। उन्होंने यह भी अपेक्षा की कि सांसद व विधायक भी तहसील दिवसों में सम्मिलित हांे। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपनी कार्यशैली में बदलाव लाकर शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी लाएं और अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करना सुनिश्चित करें। प्रातः 9 बजे से पूर्वान्ह 11 बजे तक अपने कार्यालय में मौजूद रहकर अधिकारी जनता की समस्याओं की सुनवाई करें और उनका समाधान भी सुनिश्चित कराएं। उन्होंने कहा कि तहसील स्तर पर फायर स्टेशन स्थापित कराने की कार्रवाई प्राथमिकता से सुनिश्चित करायी जाए।

योगी जी ने कहा कि शासन की योजनाओं को सही मंशा से लागू किया जाए तथा यह भी सुनिश्चित किया जाए कि योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ जनसामान्य को प्राप्त हो सके। विकास की सभी योजनाओं में ई-टेण्डरिंग लागू की जाए, जिससे पारदर्शिता व नई कार्य संस्कृति स्थापित हो सके।

मुख्यमंत्री जी ने जल निगम की योजनाओं की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि पेयजल की जो योजनाएं पूरी नहीं हैं, उनसे सम्बन्धित कार्यदायी संस्था जैसे जल निगम, जल संस्थान तथा सम्बन्धित ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों के साथ जिलाधिकारी बैठक करें तथा इन योजनाओं को पूर्ण कराना सुनिश्चित करें।

योगी जी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों सहित शिक्षा विभाग के अधिकरियों को निर्देश दिए कि वे प्रत्येक कार्य दिवस में 3 से 4 प्राथमिक विद्यालयों का निरीक्षण अनिवार्य रूप से करें। उन्होंने अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे एक-एक प्राथमिक विद्यालय को गोद लें तथा समय-समय पर निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि मण्डलीय समीक्षा बैठकों के उपरान्त जिलास्तर पर विकास कार्यांे तथा कानून-व्यवस्था की भी समीक्षा की जाएगी।

मुख्यमंत्री जी ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे किसी भी आपदा के समय घटनास्थल का अवश्य निरीक्षण करें तथा आपदा प्रभावित व्यक्तियों को तत्काल आपदा राहत कोष से सहायता प्रदान की जाए।

योगी जी ने कानून-व्यवस्था की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि किसी को कानून से खिलवाड़ करने की इजाजत न दी जाए तथा अपराधियों के खिलाफ बिना किसी भेदभाव के कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही समय से चार्जशीट दाखिल करने की कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि किसी गाड़ी में हूटर नहीं बजना चाहिए तथा जिन गाड़ियों में काली फिल्में लगी हैं उनको हटवाया जाए। साथ ही, ट्रैफिक के नियमों का कड़ाई से पालन भी सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने कहा कि थाने में आने वाले फरियादियों को सम्मानजनक तरीके से बैठने की सुविधा उपलब्ध कराकर उनकी समस्याओं को प्राथमिकता से सुनकर उनका निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। पेशेवर अपराधियों एवं अन्य अराजक तत्वों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गांे पर टोलटैक्स के अतिरिक्त अन्य किसी प्रकार की वसूली नहीं होनी चाहिए। यदि कहीं ऐसी स्थिति संज्ञान में आती है तो प्रशासन द्वारा सख्ती से कार्यवाही की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि अवैध खनन करने वालों, पेशेवर अपराधियों व माफियाओं के विरुद्ध गुण्डा एक्ट तथा गैंगस्टर के अन्तर्गत कठोर से कठोर कार्यवाही की जाए।

योगी जी ने जिलाधिकारियों व पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए कि वह समय-समय पर जेलों का निरीक्षण करें, जिससे जेलों से अवैध गतिविधियां किसी भी दशा में संचालित न हो सकें। उन्होंने निर्देश दिए कि महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों को रोकने के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है तथा इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता होने पर सम्बन्धित अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

मुख्यमंत्री जी ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह प्रत्येक दिन पैदल गश्त अवश्य करें और जनसामान्य की शिकायतों का प्राथमिकता से निस्तारण करें। साथ ही, जनता के साथ अच्छा व्यवहार करें।

बैठक में आयुक्त चित्रकूटधाम मण्डल श्री अजय कुमार शुक्ला ने मण्डल में संचालित योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी द्वारा दिए गए निर्देशों का पूरी ईमानदारी से अनुपालन कराया जाएगा। बैठक में महानिरीक्षक पुलिस ने कानून व्यवस्था के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री जी को जानकारी दी।

बैठक में सिंचाई मंत्री श्री धर्मपाल सिंह, परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री स्वतंत्र देव सिंह सहित सांसद, विधायक, उप महानिरीक्षक पुलिस, मण्डल के चारांे जिलों के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक व मण्डल स्तरीय अधिकारी मौजूद थे। इससे पूर्व, जनपद आगमन के उपरान्त मुख्यमंत्री जी ने कार्यक्रम के प्रारम्भ में जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजांे से इलाज की व्यवस्था के विषय में जानकारी ली और चिकित्सकों को निर्देश दिए कि वे सेवा भाव से मरीजों की सेवा करें तथा रोगियों को दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें।

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