लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जनपद बलिया के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने बांसडीह तहसील के पूर्व माध्यमिक विद्यालय सिंगही में बाढ़ प्रभावितों को राहत सामग्री व गृह अनुदान की धनराशि वितरित करते हुए कहा कि बाढ़ से प्रभावित लोगों को शासन व प्रशासन द्वारा हर सम्भव सहायता उपलब्ध करायी जायेगी।
मुख्यमंत्री जी ने बाढ़ प्रभावितों के प्रति पूरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि बाढ़ से जन-हानि होने पर चार लाख रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी। बाढ़ में जिनके पक्के मकान ढ़ह/बह गये होंगे, उन्हें 95100 रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी। जिनके कच्चे मकान/झोपड़ी बाढ़ में बह गये होगें, उन्हें चिन्हित कर उनकी सूची बनाकर उन्हें सहायता उपलब्ध करायी जायेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिनकी फसलें नष्ट हुई है, उनकी भी सूची बनाकर राहत देना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों को मदद करने में आम जनमानस की सहभागिता होना बहुत जरूरी है।
योगी जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के 25 जनपद बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित है। राज्य सरकार द्वारा बाढ़ प्रभावित लोगों की सहायता के लिए पर्याप्त राहत सामग्री पहले से ही आवंटित की जा चुकी है। बाढ़ के स्थाई समाधान के लिए कार्य योजना बनाकर भारत सरकार को भेजी गयी है। बाढ़ से जन-धन की हानि को रोकने के लिए आवश्यकता के अनुरूप, पीएसी (फ्लड यूनिट) व एनडीआरएफ को लगाया गया है। जहां व्यापक प्रभाव पड़ा है, वहां आर्मी को भी लगाया गया है। यही नहीं, वायु सेना के हेलीकाप्टर से भी बाढ़ पीड़ितों की मदद की गयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाढ़ एवं आपदा प्रबन्धन के लिए पर्याप्त धनराशि प्रत्येक जनपद के पास उपलब्ध है। उन्होंने निर्देश दिये कि जिला प्रशासन हमेशा सतर्क व सजग रहे तथा बाढ़ पीड़ितों की हर सम्भव मदद करे। लोकनायक जयप्रकाश नारायण के गांव जयप्रकाशनगर के पास हो रही कटान को बेहद गम्भीरता से लेते हुए उन्होंने कहा कि वहां पर कटान रोकने/नियंत्रित करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जाय।
योगी जी ने अपने सम्बोधन में यह भी कहा कि राज्य सरकार गांव, गरीब, किसान, नौजवान, बहन-बेटियों के आर्थिक, सामाजिक व शैक्षिक उन्नयन के लिए लगातार प्रयत्नशील है। समाज के अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने लघु-सीमान्त किसानों के लिए फसल ऋण मोचन योजना का क्रियान्वयन पूरी ईमानदारी व निष्ठा के साथ करने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश विकास के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित कर रहा है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महिलाओं व बालिकाओं की सुरक्षा में लापरवाही बरतने वाले किसी भी अधिकारी/कर्मचारी को किसी भी दशा में माफ नही किया जायेगा। उन्होंने कहा कि शोहदों व शरारती तत्वों के साथ सख्ती से निपटा जाय। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि एण्टी रोमियो स्क्वायड प्रभावी ढ़ंग से अपने दायित्वों का निर्वहन करे। उन्होंने कहा कि अपराधियों के साथ सांठगांठ करने वाले पुलिस कर्मियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी।
इस अवसर पर तहसील बांसडीह के चांदपुर, चितविसांव कला, केवरा, रामपुर नम्बरी व खेवसर गांवों के 800 बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत सामग्री व 24 लोगों को गृह अनुदान (प्रति व्यक्ति रू0-4100) प्रदान किया गया। बाढ़ राहत वितरण कार्यक्रम को राज्य मंत्री (स्वन्त्रत प्रभार) श्री उपेन्द्र तिवारी, सांसद श्री रवीन्द्र कुशवाहा आदि ने भी सम्बोधित किया। जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री जी को जनपद में बाढ़ की स्थिति व आपदा राहत कार्यो के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।