बागपत: यूपी के बागपत से तकरीबन 6 किमी दूर काठा गांव के पास यमुना नदी में बड़ा नाव हादसा हुआ है। नाव में 50 से ज्यादा लोग सवार थे और अब तक 21 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं और दर्जनों की तलाश जारी है। राहत कार्य में देरी होने की वजह से गुस्साए ग्रामीणों ने हंगामा किया। दिल्ली-सहारनपुर हाईवे जाम कर दिया और प्रशासन पर पथराव शुरू कर दिया। पुलिस अफसरों की भी पिटाई की है। बताया जा रहा है कि नाव में 50 से ज्यादा यात्री सवार थे। राहत व बचाव कार्य जारी है। मौके पर डीएम-एसपी पहुंच चुके हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने जताया शोक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बागपत में हुए नाव हादसे पर गहरा शोक जताया है। डीएम को लोगों की हर संभव मदद कराने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने नाव हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान भी किया है।
घटना से गांव काठा में कोहराम मचा हुआ है जबकि प्रशासन की निष्क्रियता से नाराज लोगों ने दिल्ली सहारनपुर हाइवे को जाम कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार बागपत के काठा गांव निवासी अनेक महिला और पुरुष हर रोज नाव द्वारा यमुना पार करके मजदूरी और खेती किसानी के लिए हरियाणा जाते हैं।
घंटों बाद मौके पर पहुंचे डीएम -एसपी को लोगों ने घेरा
जिले में इतना बड़ा हादसा होने के बाद भी प्रशासनिक अधिकारियों की लेटलतीफी बरकरार रहा। हादसे के कई घंटे बाद मौके पर पहुंचे डीएम और प्रभारी एसपी को लोगों ने घेर लिया। लोगों का कहना था कि घटना के करीब तीन घंटे बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे जबकि जिला मुख्यालय बागपत से काठा गांव की दूरी बमुश्किल 6 किमी है। प्रशासन द्वारा राहत व बचाव कार्य की कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए जाने से भी लोग काफी नाराज दिखाई दिए।
हादसे के दौरान नाव में सवार काठा गांव की नीरज पत्नी कल्लू ने जिला अस्पताल में आपबीती सुनाते हुए बताया कि प्रतिदिन की तरह वह गांव के अन्य लोगों के साथ नाव में सवार होकर हरियाणा के लिए निकली थी। बताया कि नाविक ने अन्य यात्रियों को बैठाने के लिए 5 बार नाव को बीच यमुना से किनारे पर लाया।
नाव में एक के बाद एक 50 से 60 यात्री बैठा लिए गए। जैसे ही नाव बीच रास्ते में पहुंची तो डगमगाने के बाद अचानक पलट गई। नाव में सवार लोगों में चीख पुकार मच गई। सभी बचाओ बचाओ चिल्लाने लगे मगर बचाने वाला कोई नजर नहीं आ रहा था । बाद में कुछ ग्रामीणों व गोताखोरों ने किसी तरह उन्हें निकाला बताया कि यदि नाविक चंद रुपयों का लालच न लेकर नाव में बैठे कुछ यात्रियों को ही हरियाणा के लिए लेकर जाता तो शायद इतना बड़ा हादसा नहीं होता।
ऐसे हुआ हादसा
गुरुवार की सुबह भी तकरीबन 6:30 बजे 60 के करीब महिला और पुरुष यमुना पार करके हरियाणा जाने के लिए नाव में सवार हुए थे कि थोड़ी दूर चलने के बाद ही अचानक नाव डगमगाकर यमुना में पलट गई। बताया जाता है कि नाव में सवार लगभग 20 लोग तो तैरकर बाहर निकल आए जबकि अन्य यमुना नदी में ही समा गए।
घटना की सूचना पाकर ग्रामीण घटना स्थल पर पहुंचे और लोगों की खोजबीन शुरू कर दी गई। अभी तक 9 शवों को निकाला जा चुका है जबकि कई दर्जन लोग अभी भी लापता हैं जिनकी यमुना में तलाश की जा रही है।
उधर घटना के कई घंटे बाद भी जब अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे तो गुस्साये लोगों ने दिल्ली सहारनपुर हाईवे जाम कर दिया। फिलहाल यमुना नदी में गोताखोर ग्रामीण खोज बीनकर रहे हैं।