लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जनपद बलरामपुर के बाढ़ग्रस्त इलाकों का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने जनपद की तीनों तहसीलोें का दौरा किया और बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री प्रदान की। उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को प्रदेश सरकार एवं प्रशासन द्वारा हर सम्भव मदद उपलब्ध कराई जाएगी। राहत एवं बचाव कार्यों में धन की कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने जिला प्रशासन को आगाह किया कि बाढ़ से सम्बधित राहत एवं बचाव कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री जी ने बलरामपुर स्पोट्र्स स्टेडियम में राहत सामग्री के वितरण के दौरान मौजूद लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि उनके द्वारा पूर्व में इस जनपद का हवाई सर्वेक्षण किया जा चुका है। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि सभी बाढ़ पीड़ितों को सरकार एवं प्रशासन द्वारा हर सम्भव मदद उपलब्ध कराई जाएगी। जिला प्रशासन को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि बाढ़ में जिन लोगों के मकान क्षतिग्रस्त या टूट गए हैं, उनकी सूची बनाकर सहायता राशि तत्काल उपलब्ध करा दी जाए। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि बाढ़ग्रस्त इलाकों में पीड़ितों को पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न, शुद्ध पेयजल, कैरोसिन सहित अन्य आवश्यक वस्तुएं मुहैया कराई जाएं।
योगी जी ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशुओं की सुरक्षा के साथ-साथ उनके चारे की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्हांेंने स्वास्थ्य विभाग को शिविर लगाकर क्लोरीन की गोलियों का वितरण, छिड़काव आदि कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए सभी तैयारियां पूरी करने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राहत एवं बचाव कार्यों में अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा लापरवाही, संवेदनहीनता दिखाए जाने पर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए कि जबतक जनपद मेेें बाढ़ की स्थिति बनी हुई है तब तक किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को अवकाश न दिया जाए।
योगी जी ने कहा कि जिला प्रशासन बाढ़ से फसलों के नुकसान का सर्वे कराकर किसानों को सहायता राशि शीघ्र उपलब्ध कराए। उन्होंने कहा कि नेपाल की नदियों के कारण होने वाली बाढ़ की समस्या केे निदान के लिए प्रशासन द्वारा स्थायी कार्य योजना बनाई जाए, ताकि इससे होने वाली जान-माल की हानि को रोका जा सके।
अधिकारियों ने मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि जिला प्रशासन द्वारा राहत एवं बचाव कार्यों के लिए 32 बाढ़ चैकियां, 31 राहत चैकियां, 73 नावें, 22 मोटर बोट्स आदि की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, जपनद में 10 मेडिकल टीमें, 01 एन0डी0आर0एफ0 एवं 04 पी0ए0सी0 की फ्लड बटालियन तैनात की गई हैं।
इस अवसर पर आबकारी मंत्री श्री जय प्रताप सिंह, गन्ना विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सुरेश राणा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
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